प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि गयाजी की गौरवशाली भूमि पर लोगों को नमन. बिहार में आज जिन प्रोजेक्ट्स का उद्धाटन या शिलान्यास हुआ है, उनसे बिहार के विकास को गति मिलेगी। इससे बिहार में रोजगार बढ़ेगा और लोगों का जीवन खुशहाल होगा। आरजेडी पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि लालटेन राज में बिहार का बुरा हाल था। लोग अंधेरा होते ही घर से निकलने से डरते थे।
भ्रष्टाचार से निपटना के लिए कानून लाए, PM भी इसके दायरे में
पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार से निपटना है, तो कोई भी कार्रवाई से बाहर नहीं होना चाहिए । आज कानून है कि किसी भी सरकारी कर्मचारियों को 50 घंटे तक हिरासत में रख दिया, तो अपने आप वह सस्पेंड हो जाता है, ड्राइवर हो छोटा क्लर्क हो तो उसकी जिंदगी तबाह हो जाती है. कोई मुख्यमंत्री हो, मंत्री हो तो वह जेल में होकर भी सत्ता का सुख भोग सकता है, हमने देखा है कि कैसे जेल से ही फाइलों पर साइन किए जा रहे थे। जेल से ही सरकारी आदेश निकल जा रहे थे। नेताओं का अगर यही रवैया रहेगा, तो कैसे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी? संविधान पारदर्शिता की उम्मीद करता है, इसलिए एनडीए सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ एक ऐसा कानून लाई है, इसके दायरे में देश का प्रधानमंत्री भी है।
‘लालटेन वाले ने पूरे बिहार के भविष्य को अंधेरे में धकेल दिया’
पीएम मोदी ने लालू यादव पर हमला करते हुए कहा, ‘आप याद कीजिए लालटेन राज में यहां क्या दुर्दशा थी। लाल आतंक की वजह से लोग शाम में घर से नहीं निकलते थे. लालटेन राज में गया जी के लोग अंधेरे में डूबे रहते थे। लालटेन वाले ने पूरे बिहार के भविष्य को अंधेरे में धकेल दिया था। न शिक्षा थी, न रोजगार था, बिहार की कितनी पीढि़यों को इन्होंने पलायन के लिए मजबूर कर दिया था। आपको याद होगा कांग्रेस के एक मुख्यमंत्री ने मंच से कह दिया था, अपने राज्य में बिहार के लोगों को घुसने नहीं देंगे। बिहार के लोगों से कांग्रेस को इतनी नफरत, बिहार के लोगों के प्रति इतनी घृणा कोई भूल नहीं सकता।
पीएम मोदी ने CM नीतीश की तारीफ
पीएम मोदी ने बिहार के सीएम की तारीफ करते हुए कहा, ‘बिहार के युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी देने के लिए नीतीश जी ने बड़ा अभियान चलाया हुआ है। यह नीतीश जी हैं, तभी यहां शिक्षकों की भर्ती भी पूरी पारदर्शिता के साथ हुई। यहां के नौजवानों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में बिहार में ही रोजगार मिले, उन्हें नौकरी के लिए पलायन न करना पड़े, इसमें केंद्र सरकार की एक नई योजना से भी बहुत बड़ी मदद मिलने वाली है। पिछले सप्ताह इस 15 अगस्त से देश भर में प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना लागू हुई है, इसके तहत हमारे युवा जब निजी क्षेत्र में पहली नौकरी करेंगे तो केंद्र सरकार उन्हें 15000 रुपये देगी। जो प्राइवेट कंपनियां युवाओं को रोजगार देगी, उन्हें भी अलग से पैसे देगी, इसका बड़ा लाभ बिहार के युवाओं को भी होगा।
‘पहले ही सरकारों ने कभी जनता के पैसों का मोल नहीं समझा’
कांग्रेस और राजद की सरकारों ने कभी जनता के पैसों का मोल नहीं समझा, इनके लिए जनता के पैसे का मतलब रहा है, खुद की तिजोरी भरना, इसलिए कांग्रेस राजद की सरकार में सालों साल तक परियोजनाएं पूरी नहीं होती थी। कोई योजना जितनी लटकती थी, उतना उसमें पैसे कमा लेते थे। अब इस गलत सोच को भी एनडीए सरकार ने बदल दिया है, शिलान्यास के बाद कोशिश होती है कि जल्द से जल्द समय सीमा में उसे काम को पूरा करने के लिए सफल प्रयास किया जाए।
आज का यह कार्यक्रम इसका भी शानदार उदाहरण है। ओंटा- सिमरिया ब्रिज का शिलान्यास करने का सौभाग्य बिहार के लोगों ने मुझे दिया था। इसका लोकार्पण करने का भी सौभाग्य आपने मुझे दिया। यह सिर्फ सड़कों को नहीं उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार से जोड़ने का काम करेगा। इससे व्यापार तेज होगा, उद्योगों को राहत मिलेगी और तीर्थ यात्रियों को पहुंचना आसान होगा।
‘बिहार की धरती से लिया था आतंकियों को मिट्टी में मिलाने का संकल्प’
पीएम मोदी ने कहा, ‘ बिहार चंद्रगुप्त मौर्य और चाणक्य की धरती है। देश को जब-जब दुश्मनों ने चुनौती दी है, तब-तब बिहार उनके सामने ढाल बनकर खड़ा रहा है। कश्मीर में जब आतंकियों ने लोगों का धर्म पूछ कर मारा था। तब मैंने बिहार की धरती से आतंकियों को मिट्टी में मिलाने का संकल्प लिया था। दुनिया ने देखा कि हमने ये संकल्प पूरा का लिया है। ऑपरेशन सिंदूर की दौरान पाकिस्तान हम पर ड्रोन और मिसाइल अटैक कर रहा था और हमने उन्हें आसमान में ही तिनके की तरह बिखेर दिया। आतंकियों को अब हम पाताल में भी नहीं छोड़ेंगे। भारत की मिसाइलें उन्हें वहीं दफन करके रहेंगी।’