नई दिल्ली: लखनऊ से सिविल अस्पताल(Lucknow Civil Hospital) के डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा फर्जी ऑपरेशन करने की एक बड़ी खबर आई है। दरअसल इस निजी अस्पताल का एक डाक्टर महीनों से हजारों-लाखों रुपये लेकर मरीजों का ऑपरेशन कर रहा था। अस्पताल में चल रहे इस गैरकानूनी धंधे के बारे में अस्पताल के प्रबंधन को कानों-कान खबर तक नहीं थी।
Lucknow Civil Hospital सभी सकते में आ गए हैं
हाल ही में बीते सोमवार को वह डाक्टर सिविल अस्पताल के ओटी में एक मरीज का ऑपरेशन करने पहुंच गया। डाक्टर ने मरीज का हिप रिप्लेसमेंट किया और फिर वापस चला गया। वहीं अब इस बात की जानकारी अस्पताल के प्रबंधन को हो चुकी है और साथ ही वह सभी सकते में आ गए हैं। अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले को बेहद गंभीर लेते हुए इसकि जांच बिठाई है।
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कई मरीज़ों का किया गैरकानूनी आपरेशन
सूत्र बताते हैं कि आरोपित डाक्टर अनुभव अग्रवाल पहले सिविल अस्पताल में ही आर्थो विभाग में सीनियर रेजिडेंट थे, मगर कोरोना काल में कोविड-19 ड्यूटी लगने के बाद अस्पताल से इस्तीफा दे दिया। तब से वह निजी प्रैक्टिस कर रहा है। जानकारी के मुताबिक सिविल अस्पताल के सामने उसकी अपनी क्लीनिक भी है, जहां आने वाले मरीजों को आपरेशन करने के लिए सिविल अस्पताल ले जाता था।
हैरानी की बात यह है कि यह डाक्टर पिछले कई महीनों से कई मरीजों के आपरेशन अस्पताल में आकर करता रहा, लेकिन प्रबंधन इससे अनजान थे। सोमवार को भी इस डाक्टर ने झारखंड के एक मरीज का हिप रिप्लेसमेंट किया।
सख्त कार्रवाई की जाएगी
मरीज आयुष्मान कार्ड धारक बताया जा रहा है। इसकी शिकायत जब प्रबंधन को पहुंची तो इस मामले में जांच गठित करवा दी गई। सीएमएस सिविल अस्पताल के डा. एस.के नंदा, का कहना है कि, “आरोपित डाक्टर पहले आर्थो विभाग में सीनियर रेजिडेंट थे, लेकिन कोविड-19 काल में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। उनके बारे में शिकायत प्राप्त हुई है। हमने जांच कमेटी गठित कर दी है। दो दिनों में रिपोर्ट मांगी गई है। अगर आरोप सही पाए गए तो सख्त कार्रवाई की जाएगी”।