नई दिल्ली : 2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में कपिल मिश्रा ने आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की। लेकिन इसके बाद कपिल मिश्रा की आम आदमी पार्टी से कुछ इस कदर अनबन हुई, कि खुले मंच से वो सीएम केजरीवाल और अपनी ही पार्टी की बखिया उधेड़ने लगे। आप के खिलाफ बागी तेवर अख्तियार करने वाले कपिल मिश्रा को विधानसभा स्पीकर ने अयोग्य करार दे दिया है।
कपिल मिश्रा आम आदमी पार्टी की टिकट पर करावल नगर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। लेकिन सरकार गठन के बाद कपिल मिश्रा की पार्टी से अनबन शुरू हो गयी और इसके बाद वो खुलकर सीएम केजरीवाल के खिलाफ बोलने लगे। वही दिल्ली के ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज की शिकायत पर स्पीकर रामनिवास गोयल ने कपिल मिश्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिसके बाद अब उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया है।
विधानसभा स्पीकर द्वारा खुद को अयोग्य करार दिए जाने पर कपिल मिश्रा ने कहा कि ये पूरी तरह अलोकतांत्रिक फैसला है। उन्होंने कहा कि उन्हें अपना पक्ष तक रखने का मौका नहीं दिया गया और अयोग्य करार दे दिया गया। कपिल ने कहा कि विधानसभा स्पीकर के फैसले को वो कोर्ट में चुनौती देंगे, जहाँ उनका फैसला टिक नहीं पायेगा। कपिल को अक्सर बीजेपी सरकार के पक्ष में बोलते हुए देखा जाता है, लेकिन अभी तक वो बीजेपी में आधिकारिक तौर पर शामिल नहीं हुए हैं।