Biggest News of 2019 : Ram Mandir निर्माण का रास्ता साफ, रामलला को मिली विवादित भूमि
Biggest News of 2019 – साल 2019 में अयोध्या (Ayodhya) का राम मंदिर विवाद (Ram mandir Dispute) करीब 70 वर्ष तक कोर्ट में लड़ाई के बाद नतीजे पर पहुंच गया। 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की संवैधानिक बेंच ने सर्वसम्मति से विवादित भूमि (Disputed land) को राम लला विराजमान को देने का फैसला सुनाया। कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष (Muslim side) को नई मस्जिद (New mosque) बनाने के लिए अलग से 5 एकड़ भूमि देने का भी आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट ने फैसले में मंदिर निर्माण का कार्य एक ट्रस्ट को सौपने की बात कही।
Biggest News of 2019 : फैसले के खिलाफ दायर सभी पुनर्विचार याचिकाएं ख़ारिज
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ मुस्लिम पक्ष की तरफ से 18 पुनर्विचार याचिकाएं (Review Petition) डाली गईं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने सभी पुनर्विचार याचिकाओं को भी खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को 90 दिन के भीतर मंदिर निर्माण की योजना और ट्रस्ट गठन करने का आदेश दिया है। माना जा रहा है कि 90 दिनों के भीतर ही ट्रस्ट का गठन कर लिया जाएगा और जल्द ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की तैयारी शुरू हो जाएगी। हालांकि अभी तक तारीख की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन संभावना जताई गई है कि यह दिन रामनवमी (Ram Navmi) का हो सकता है।
ट्रस्ट के सदस्य के चयन और मंजूरी में PM की भूमिका अहम्
ट्रस्ट के सदस्य के चयन और मंजूरी में प्रधानमंत्री (Prime Minister) की भूमिका भी अहम होगी। ट्रस्ट में राम जन्मभूमि न्यास, निर्मोही अखाड़ा के अलावा कुछ बड़े धर्मगुरु शामिल किए जा सकते हैं। समाज के कुछ वरिष्ठ नागरिक, राम मंदिर से जुड़े संगठनों को भी इसमें जोड़ा जा सकता है। केंद्र (Central Government) और राज्य सरकार (UP Government) के नुमाइंदे भी इसमें शामिल हो सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) खुद राम मंदिर से जुड़ी प्रगति पर नजर रख पाएं, इसके लिए प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से भी किसी को सदस्य बनाया जा सकता है।