जम्मू कश्मीर : जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाए जाने और राज्य के पुनर्गठन का फैसला लिए जाने के 2 महीने बीतने के बाद अब घाटी के हालात भी सामान्य होने लगे हैं। घाटे के नेताओं को नज़रबन्द रखा गया था, वहीँ अब इन नेताओं को अपनी पार्टी के नेताओं से मिलने दिया जा रहा है। आज नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं ने फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुला से मुलाक़ात की।
नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं ने राज्यपाल सत्यपाल मालिक से फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुला से मिलने दिए जाने का अनुरोध किया था, जिसके बाद राज्यपाल ने इन नेताओं की मांग मान ली। राज्यपाल से इज़ाज़त मिलने के बाद आज पार्टी का प्रतिनिधिमंडल फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुला से मिला। फारूक अब्दुल्ला से मुलाक़ात के बाद पार्टी नेताओं ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
फारूक अब्दुल्ला से मुलाक़ात के बाद पार्टी नेताओं ने कहा कि कश्मीर में जो सरकार कर रही है, वो पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष से मुलाक़ात के बाद पार्टी ने स्थानीय चुनाव में भाग नहीं लेने का फैसला किया है। बता दें कि 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाए जाने और राज्य के पुनर्गठन का फैसला लिए जाने के एक दिन पहले ही फारूक, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ़्ती सहित कई अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था और उन्हें नज़रबंद रखा गया था।