नई दिल्ली: नेशनल मेडिकल कमिशन बिल के विरोध में डॉक्टर्स को तीसरे दिन भी हड़ताल जारी है। डॉक्टर्स की हड़ताल की वजह से स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। इसका खामियाजा मरीजों को उठाना पड़ रहा है। इसकी वजह से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि डॉक्टर्स की हड़ताल के बीच गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार ने राज्यसभा में एनएमसी बिल को पास करा दिया, जबकि 29 जुलाई को लोकसभा में यह बिल पास हो गया था। पूरे देश के डॉक्टर इस बिल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।
मोदी सरकार राज्यसभा में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) की जगह नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) बिल को पास कराने में कामयाब रही। वहीं, इस बिल के खिलाफ देशभर में डॉक्टर सड़कों पर उतर आए और गुरुवार को अधिकांश डॉक्टर हड़ताल पर रहे।
इसी बिल के विरोथ में देशभर में डॉक्टर्स हड़ताल कर रहे हैं। डॉक्टर्स की हड़ताल पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने डॉक्टरों से हड़ताल पर न जाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि यह बिल डॉक्टरों के हित में है।
गौरतलब है कि 17 जुलाई के दिन केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस विधेयक को मंजूरी दी थी। इस विधेयक का मुख्य उद्देश्य मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के स्थान पर एक चिकित्सा आयोग स्थापित करना है। बताया जाता है कि इससे भारतीय चिकित्सा परिषद अधिनियम 1956 निरस्त हो जाएगा।