जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: ये तो हम सभी जानते हैं कि जल ही जीवन है। लेकिन अगर आप प्लास्टिक की बोतल में पानी पीते हैं तो इसका मतलब है कि धीमा जहर पीना, जो धीरे-धीरे और लगातार आपके स्वास्थ्य को खराब करेगा। क्योंकि प्लास्टिक की बोतलों में जमा होने पर पानी में फ्लोराइड, आर्सेनिक और एल्यूमीनियम जैसे हानिकारक पदार्थ भी पैदा होते हैं, जो शरीर के लिए जहर हो सकते हैं। इसलिए मुख्य रूप से तांबा, कांच और मिट्टी बोतल का ही इस्तेमाल करें क्योंकि इस धातू की बोतल आपके लिए हेल्दी साबित हो सकती हैं। जानिए कैसे?
मिट्टी की बोतल का पानी
मिट्टी की बोतल बिना किसी केमिकल की मदद से तैयार की जाती है। जिसमें पानी को रखने से पानी में किसी भी प्रकार का केमिकल नहीं अवशोषित होता और आपका पानी बिल्कुल शुद्ध बना रहता है। मिट्टी की बोतल में आपका पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा होता है, जो पानी की शुद्धता में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने देता है। यही नहीं, अगर आपके पेट में गैस की समस्या है तो आप मिट्टी की बोतल में स्टोर किया गया पानी पी सकते हैं, जो आपके लिए लाभदायक होता है। मिट्टी की बोतल में रखे हुए पानी को पीने से आपके इम्यून सिस्टम पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और आप कई प्रकार के रोग और बीमारियों से बचे रहते हैं।
कांच से बनी बोतल के फायदे
कांच की बनी हुई बोतल में भी पानी पीना आपके लिए काफी लाभदायक होता है, बशर्ते यह कि कांच की बोतल शुद्ध रूप से तैयार की गई हो और उसमें किसी भी प्रकार का रंग आदि न शामिल किया गया हो। कांच की बोतल को आप जितनी बार भी धुलते हैं वह साफ बनी रहती है। कांच की बोतल खरीदते समय यह ध्यान जरूर दें कि वह रंगीन न हो, नहीं तो यह आपके पानी में मिलकर उसे दूषित कर सकता है जो आपके स्वास्थ्य के लिये घातक साबित हो सकता है।
पीतल के बर्तन का उपयोग
पीतल में ऐसे गुणकारी आयन होते हैं जो पानी में घुल जाते हैं और पानी को स्वास्थ्य के लिए और भी लाभदायक बना देते हैं यही वजह है कि पीने के पानी को पीतल में स्टोर करके पीना लाभदायक होता है। इसमें स्टोर किए गए पानी को पीने से आपका पेट भी अच्छी तरह से साफ होता है और पाचन शक्ति भी मजबूत होती है।
ऊपर बताए गए विकल्पों में से आप किसी भी एक विकल्प को चुन कर अपने पीने के पानी के बर्तन को आज ही बदल सकते हैं। इससे न आप सिर्फ हेल्दी रहेंगे बल्कि आपको डॉक्टर के पास जाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।