जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: आजकल की दौड़ती भागती जिंदगी में हर कोई प्रेशर में जीने को मजबूर है। यह हमारे शारीरिक ही नहीं मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत हानिकारक है। इस कारण कई बार हम बहुत चिढ़ चिढ़े हो जाते हैं और छोटी-छोटी बातों पर दूसरों पर गुस्सा करने लगते हैं।
गुस्सा एक बीमारी नहीं बल्कि इंसान की आदत होती है लेकिन गुस्से की वजह से कुछ बीमारियां जरुर अपना घर बना लेती हैं,अक्सर जब लोगों को किसी की कोई बात या कोई काम पसंद नहीं आता है तो गुस्सा आना स्वाभाविक है। लेकिन कई बार ये गुस्सा इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि लोग अपने को या दूसरे को का नुकसान कर बैठते हैं।
गुस्सा आने से क्या होता है?
जो लोग अक्सर गुस्सा रहते है उन्हें मुंहासे, स्किन से जुड़ी बीमारियां हो सकती है। गुस्से से ज्यादा पसीना आना, अल्सर और अपच की शिकायत हो सकती है। गुस्से से दिल की बल्ड पंप करने की क्षमता बढ़ जाती है, जिसकी वजह से दिल की मसल्स डैमेज होने लगती हैं। कई बार लोग गुस्से में आत्महत्या जैसी घटनाओं को अंजाम दे बैठते हैं।
क्रोध के लक्षण
लोगों से चिड़चिड़े स्वभाव के साथ बात करना गुस्से को दर्शाता है। अक्सर लोग चिल्लाकर बात करते हैं, लोगों के साथ मारपीट करना, तोड़ फोड़ करना गुस्से के लक्षण हैं।
गुस्सा होता है खतरनाक
ऐसे लोग जिनको बार-बार गुस्सा आने लगे। ऐसा लगने लगे कि सभी आपको परेशान कर रहे हैं। ऐसा गुस्सा जो देर तक रहे। गुस्से में तोड़ फोड़ करने का मन करें। इसके साथ ही जो लोग गुस्से में अपने शरीर को भी नुकसान पहुचाने से न हिचकें। ऐसे लोगों को गुस्सा बहुत ही खतरनाकर होता है। जब आपके परिवार में ऐसे लोग हो तो उन्हें डाक्टर के पास जरुर ले जाए।
गुस्सा आने की वजह (Cause of Anger)
अक्सर देखा जाता है कि गुस्सा उन लोगों को ज्यादा आता है, जिनमें धैर्य की कमी होती है। कई ऐसे लोग होते हैं, जिनकी इच्छा पूरी न होने पर गुस्सा हो जाते हैं।
गुस्से को नियंत्रित कैसे करें?
लम्बी सांसे लें। किसी दूसरी ओर ध्यान लगाएं। गुस्सा आ जैसी घटनाओं में हंसने के तरीक ढूंढ़े। लोगों पर चिल्लाने की बजाय उससे बात करने की कोशश करें। गुस्सा आने की परिस्थितियों से दूर रहें। इसके साथ ही गुस्सा दूर करने के लिए योग और मेडिटेशन का सहारा भी लिया जा सकता है। हमेशा खुश रहने का बहाना ढूंढ़े। ऐसे लोगों के का ग्रुप बनाइए, जिसके साथ होने पर अपने को खुश महसूस करते हो।