नई दिल्ली: Tokyo Paralympics: टोक्यो में चल रहे पैरालंपिक में भारत के खिलाड़ियों ने अपना परचम लहराया है। राजस्थान के तीन खिलाड़ियों ने अलग-अलग खेलों में मेडल हासिल किए हैं। जैवलिन थ्रो के एफ-64 के फाइनल में सुमित अंतिल ने नए विश्व रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया। सुमित ने यहां एक नहीं दो नहीं बल्कि तीन बार अपना ही वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ा। पांचवें अटेंप्ट में 68.55 मीटर के थ्रो ने उन्हें गोल्ड दिलाया।
Tokyo Paralympics: अब तक का सबसे सफल पैरालिंपिक
भारत ने इतने मेडल जीते, जितने उसने किसी एक पैरालिंपिक में कभी नहीं जीते। अब तक टोक्यो पैरालिंपिक गेम्स में भारत कुल 7 मेडल जीत चुका है। यह भारत का अब तक का सबसे सफल पैरालिंपिक बन गया है। मेडल्स टैली में भारत 26वें स्थान पर है। इससे पहले 2016 रियो ओलिंपिक और 1984 ओलिंपिक में भारत ने 4-4 मेडल जीते थे।
(Tokyo Paralympics) भारत को दूसरा गोल्ड दिलाया
कृष्णा नागर ने हांगकांग के चू मैन कई को पुरुषों की सिंगल्स एसएच6 क्लास के तीन गेम तक चले रोमांचक फाइनल में हराकर टोक्यो पैरालिंपिक की बैडमिंटन इवेंट में भारत को दूसरा गोल्ड दिलाया। जयपुर के 22 साल के नागर ने फाइनल में जापान के प्रतिद्वंद्वी को 21-17 16-21 21-17 से शिकस्त दी।
सुमित का सफर कठिनाइयों भरा
सोनीपत के सुमित का सफर कठिनाइयों भरा रहा है। 6 साल पहले हुए सड़क हादसे में एक पैर गंवाने के बाद भी सुमित ने जिंदगी से कभी हार नहीं मानी और बुलंद हौसले से हर परिस्थिति का डटकर मुकाबला किया। पैरालिंपिक 2020 में जेवलिन थ्रो में भारत का यह तीसरा मेडल है।
भारत का शूटिंग में यह पहला गोल्ड मेडल
राजस्थान के जयपुर की रहने वाली अवनि पैरालिंपिक गेम्स में गोल्ड जीतने वाली भारत की पहली महिला एथलीट बन गई हैं। पैरालिंपिक के इतिहास में भारत का शूटिंग में यह पहला गोल्ड मेडल भी है। उन्होंने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 के फाइनल में 249.6 पॉइंट स्कोर कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इससे पहले उन्होंने क्वालिफिकेशन राउंड में 7वें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाई थी।
https://www.youtube.com/watch?v=3qAZ0UVxPx8