नई दिल्ली : करवा चौथ पर आज महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र, रिश्ता मजबूत और उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्रत रखती हैं वर्षों से चली आरही प्रथा के अनुसार महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत तोड़ेंगी, इस दिन अमृत-सर्वसिद्धि सर्वार्थ योग संग बुधवार का संयोग भगवान गणेश की खास कृपा बरसाएगा, कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी सुबह 3:24 बजे लग जाएगी। दूसरे दिन 5 नवंबर को सुबह 5:14 बजे तक रहेगी, ज्योतिषाचार्य ब्रह्मदेव शुक्ला के मुताबिक इस बार चतुर्थी बुधवार को पड़ने से भगवान गणेश की अर्चना करने से लाभ होगा, महिलाएं इस दिन अखंड सौभाग्य की कामना कर व्रत रखती हैं, अपने मन जैसा पति पाने की कामना में कुंवारी लड़कियां भी व्रत रखती हैं,मृगशिरा नक्षत्र के स्वामी चन्द्रमा हैं, राशि के स्वामी शुक्र और बुध हैं। इसलिये बुधवार को दिनभर सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा।
करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त,पूजा की विधि,
पूजा विधि-
सूर्योदय से पहले स्नान करके व्रत रखना शुरू करें। फल, मिठाई, सेवईं और पूड़ी की सरगी लेकर व्रत शुरू करें।
भगवान शिव के परिवार की पूजा करें। याद रहे भगवान गणेश जी को पीले फूलों की माला और लड्डू का भोग लगाएं। शिव पार्वती को बेलपत्र व शृंगार की वस्तुएं चढ़ाएं ।
मिट्टी के करवे पर रोली से स्वास्तिक बनाएं। पीतल के करवे में पूड़ी व मिठाई रखें। ढक्कन पर चावल रखकर दीपक जलाएं।
पूजा अर्चना कर करवा चौथ की कथा सुनें। चंद्रमा को अर्घ्य देकर उसकी परिक्रमा करें।
शुभ मुहूर्त-
01 घंटा 18 मिनट का मुहूर्त शुभ
3:24 बजे बुधवार को सुबह यानी आज लग जाएगी चतुर्थी
पूजा समय शाम – शाम 6:04 से रात 7:19
पूजा का मुहूर्त
8:12 बजे होगा चंद्रोदय होगा
6:35 सुबह से 8:12 रात तक व्रत