रश्मि सिंह|Pratibha Patil Birthday: आज भारत की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का 89वां जन्मदिन पूरा देश मना रहा है। उनका जन्म 19 दिसंबर 1934 को महाराष्ट्र के नाडगांव जिले में हुआ था। वो एक सफल राजनेता, एक सामज सेविका के रुप में जानी जाती है। अपने पिता से प्रेरित होकर प्रतिभा जी ने देश की राजनीति में कदम रखा था।
प्रतिभा पाटिल का जन्म व शिक्षा
पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का जन्म 19 दसिंबर 1934 को महाराष्ट्र के नाडगांव जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री नारायणराव पाटिल था। उन्होंने जलगांव के मूलजी जेठा कालेज से स्नातकोत्तर और मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कालेज से कानून की पढ़ाई पूरी की थी। प्रतिभा पाटिल को आजादी के 60 साल बाद भारत की पहली राष्ट्रपति बनने का गौरव प्राप्त हुआ था। वो भारत की 12वीं राष्ट्रपति बनी।
प्रतिभा पाटिल राजनैतिक सफर
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, प्रतिभा पाटिल ने पहली बार जलगांव विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें सफलता मिली। इसके बाद वो चार बार इलाहाबाद क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुनी गई। उन्होंने साल 1985-90 तक राज्यसभा सदस्य के रुप में संसद में अपनी सेवा प्रदान की। वहीं साल 1991 में लोकसभा चुनाव में अमरावती संसदीय क्षेत्र से चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
प्रतिभा पाटिल कब राष्ट्रपति बनी
बता दें कि, 25 जुलाई 2007 में अपने विरोधी भैरो सिंह शेखावत को 3 लाख वोटों से हरा कर श्रीमती प्रतिभा पाटिल को जीत मिली। 2011 पद में विराजमान रही।
वे 1982 से 85 तक महाराष्ट्र राज्य के जल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अध्यक्ष भी रही। 1988-90 तक महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष रही। 1985 में श्रीमति प्रतिभा पाटिल AICC की मेम्बर बन गई। 1988 में वे राष्ट्रमंडल प्रेसीडेंसी अधिकारी सम्मेलन की मेम्बर रही, जो लंदन में हुई थी।
मिले ये सम्मान
आपको बता दें कि, प्रतिभा पाटिल को विभिन्न श्रेणियों में इससे पहले भी कई भारतीयों को यह पुरस्कार दिया गया है। जिनमें नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन, प्रसिद्ध कलाकार सतीश गुजराल, उद्दोगपति रघुपत सिंघानिया, मंबुई में मैक्सिको के महावाणिज्य दूत रज्जू श्रॉफ और अन्य शामिल।
इसके अलावा 1 जून 2019 को भारत की पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को विदेशियों को दिए जाने वाले मेक्सिको के सर्वेच्च नागरिक पुरस्कार ऑर्डेन मेक्सिकाना डेल एग्वेला एज्टेका से सम्मानित किया गया।
यह पुरस्कार मेक्सिको के राजदूत मेल्बा प्रिआ ने पुणे के एमसीसीआईए भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में पाटिल को प्रदान किया। प्रतिभआ पाटिल यह पुरस्कार पाने वाली भारत की दूसरी राष्ट्रपति बनी, इससे पहले यह सम्मान राष्ट्रपति एस. राधाकृष्णन को दिया गया था।