जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: वर्क लोड मैनेजमेंट को देखते हुए टीम इंडिया ने पिछले कुछ वक्त में काफी प्रयोग किए हैं। पिछले 6 महीने में आधा दर्जन कप्तान बदल दिए गए हैं, कई खिलाड़ियों को आराम दिया जा रहा है। T-20 वर्ल्डकप से पहले इस तरह की रणनीति ने कई लोगों को कन्फ्यूज़ किया है, लेकिन पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट्ट ने टीम इंडिया के इस अंदाज़ की तारीफ की है।
‘कोचिंग स्टाफ तक को आराम’
सलमान बट्ट ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा कि मुझे लगता है कि रोटेशन पॉलिसी अब टीम इंडिया के लिए नॉर्मल हो गई है, क्योंकि हर सीरीज में अलग-अलग खिलाड़ी ही खेल रहे हैं। सीनियर प्लेयर को आराम मिलता है, तो युवाओं को मौका मिल जाता है। इससे कई बार चुनौती खड़ी होती है, लेकिन बेंच स्ट्रेंथ मजबूत हो जाती है।
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि सिर्फ प्लेयर्स ही नहीं बल्कि कोचिंग स्टाफ के साथ भी ऐसा हो रहा है। जिम्बाब्वे में जिस तरह राहुल द्रविड़ की तरह वीवीएस लक्ष्मण जा रहे हैं, वो भी एक तरह का आराम मिल रहा है। आगे जाकर इस चीज़ को बढ़ाया जा सकता है और आईपीएल जैसा फॉर्मेट आ सकता है।
गौरतलब है कि जब से राहुल द्रविड़ टीम इंडिया कोच बने हैं, उसके बाद से ही टीम इंडिया में रोटेशन पॉलिसी को तवज्जो दी जा रही है। रोहित शर्मा अभी टीम के रेगुलर कप्तान हैं, लेकिन उनके अलावा भी ऋषभ पंत, केएल राहुल, शिखर धवन, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या जैसे प्लेयर्स भी टीम की कमान संभाल चुके हैं, ऐसा रोटेशन पॉलिसी की वजह से ही हुआ है।