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दुसरे दिन उठे रेणुका चौधरी के कुत्ते का बवाल आज तीसरे दिन और बढ़ता दिखा…तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी के हिंदू देवी-देवताओं पर दिए बयान को लेकर संसद के बाहर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने उनके साथ-साथ पूरी कांग्रेस पर निशाना साधा तो वहीं SIR, नए Labour Codes को लेकर भी माहौल गरम दिखा, प्रियंका गांधी ने प्रदूषण का मुद्दा फिर उठाया विपक्षी सांसदों ने गैस मास्क पहनकर संसद भवन में प्रवेश किया
दो दिनों तक हंगामे, नारेबाज़ी और स्थगन के बाद,आज लोकसभा में पहली बार एक पूरा शांतिपूर्ण Question Hour हुआ…जी हाँ, शांत और बिना बवाल.विपक्ष ने सीटें संभालीं, सरकार जवाब देती रही और जनता के मुद्दों पर असली चर्चा दिखी, पर्दे के पीछे चल रही मीटिंग्स में दोनों पक्ष मान गए…अगर SIR और चुनाव सुधारों पर चर्चा का रास्ता खुलता है…तो कामकाज वापस पटरी पर लाया जा सकता हैSIR यानी वोटर लिस्ट की गहन समीक्षा,पिछले 2 दिनों के हंगामे का सबसे बड़ा कारण यही था, दोनों सदनों में माहौल थोड़ा नरम रहा तय हुआ कि 8 दिसंबर को वंदे मातरम् पर विशेष. 9 दिसंबर से SIR पर विस्तृत बहस होगी,जिसका मतलब है कि हंगामा खत्म हुआ है,लेकिन असली बहस अभी बाकी है. pollution को लेकर माहौल गर्म दिखा,जहां एक तरफ प्रियंका गांधी गुस्से में ये कहती दिखीं कि ‘ये राजनीतिक मामला नहीं है सबको इस पर एकसाथ होकर कुछ करना चाहिए’ तो वहीं इमरान मसूद भी अपने बैग से ‘oxygen cylinder’ निकलते हुए कहते दिखे कि ‘मैं अपनी कार में ऑक्सीजन सिलेंडर रखता हूं’
संसद के अंदर भले ही माहौल शांत रहा हो लेकिन बाहर बिल्कुल इसके उलट आग बरसती नज़र आई और इसकी शुरूआत होती पीएम मोदी के AI video से कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्श पर PM मोदी का रेड कार्पेट पर चाय बेचने का एक वीडियो पोस्ट किया है साथ ही लिखा कि “अब ई कौन किया बे,” जिसके बाद BJP सांसद संबित पात्रा ने जमकर उधेड़ा है.
एक और अहम बयान आया संचार साथी ऐप को लेकर मचे बवाल पर संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ‘Sanchar Saathi App’ पर कभी भी snooping नहीं होगी और वो आदेश में बदलाव करने को भी तैयार हैं यह बयान विपक्ष की उन चिंताओं को शांत करने की कोशिश था जो surveillance और privacy को लेकर उठ रही थीं.
रेणुका चौधरी के उस कुत्ते वाले विवाद की जो एक बार फिर संसद के बाहर खूब चर्चा में रहा जहां एक तरफ रेणुका ये कहती दिखी कि ‘वाजपेयी जी तो बेल ले आए थे,ये अपने आपको बड़ा हिंदू-हिंदू बोलते हैं,कुत्ता इतना वफादार है’ तो वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने रेणुका को जमकर सुनाया.
लिहाजा संसद के अंदर राजनीतिक बहस और मुद्दों पर गर्मा-गर्मी हमें देखने को पिछले दो दिनों में देखने को मिली…लेकिन संसद के बाहर भी राजनीति अपने चरम पर है,अगर आज के दिन को एक लाइन में समेटें. तो कहा जा सकता है…हंगामा रुका है, कामकाज चला है…लेकिन राजनीतिक तूफ़ान सिर्फ टल रहा है, ख़त्म नहीं हुआ है…क्योकि Excise Bill, SIR, संचार साथी ऐप, Labour Codes…ये सब आने वाले दिनों में बड़ा विवाद बन सकते हैं,और इस सत्र का असली test,अभी शुरू ही हुआ है.















