Anchors boycott: कांग्रेस ने 14 एंकरों का बहिष्कार किया है इसी पर भाजपा के कई नेताओं ने आपत्ति जताई। तो वहीं भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि ये मीडिया को धमका रहे हैं, इसी पर कर्नाटक के सीएम सिध्दारमैया ने पलटवार किया है।
बहिष्कार करना गलत कैसे है?
सिध्दारमैया ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया, “श्री जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 वर्षों में एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित न करके हर भारतीय पत्रकार का बहिष्कार किया है।”
कांग्रेस नेता ने आगे कहा,”एक राजनीतिक दल के मुखपत्र के रूप में कार्य करके मीडिया नैतिकता से समझौता करने वाले 14 पत्रकारों का बहिष्कार करना कैसे गलत है?”
एंकर्स की लिस्ट
जिसमें टेलीविजन के 14 एंकर्स की लिस्ट जारी की। में अदिति त्यागी, अमन चोपड़ा, अमीश चोपड़ा, आनंद नरसिम्हा, अर्नब गोस्वामी, चित्रा त्रिपाठी, सुधीर चौधरी, रुबिका लियाकत,गौरव सांवत, नाविका कुमार, प्राची पाराशर, शिव अरूर, सुशांत सिन्हा शामिल हैं। इन सभी का बहिष्कार किया। इस का मतलब यह है कि इंडिया गठबंधन के नेता इन शो में न जाएंगे न ही किसी राजनीतिक कार्यक्रम में आंमत्रित करेंगे।
जिस पर जेपी नड्डा ने कहा,
“कांग्रेस के इतिहास में मीडिया को धमकाने और अलग विचार रखने वालों को चुप कराने के कई उदाहरण हैं। पंडित नेहरू ने बोलने की आजादी पर रोक लगा दी और उनकी आलोचना करने वालों को गिरफ्तार कर लिया। इंदिरा जी इसे करने के तरीके में स्वर्ण पदक विजेता बनी हुई हैं – प्रतिबद्ध न्यायपालिका, प्रतिबद्ध नौकरशाही का आह्वान किया और भयावह आपातकाल लगाया। राजीव जी ने मीडिया को राज्य के नियंत्रण में लाने की कोशिश की लेकिन बुरी तरह असफल रहे। सोनिया जी के नेतृत्व वाली यूपीए सोशल मीडिया हैंडल पर सिर्फ इसलिए प्रतिबंध लगा रही थी क्योंकि कांग्रेस को उनके विचार पसंद नहीं थे।”