जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: सरकारी बैंकों के निजीकरण और बैंकिंग कानून अधिनियम 2021 के विरोध में ट्रेड यूनियनों ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ दो दिन के भारत बंद का ऐलान किया है। इस हड़ताल में बैंक भी शामिल हैं। लिहाजा बैंकिंग सेवाएं 28-29 मार्च को प्रभावित रहेंगी।
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बैंकों का कहना है कि सरकारी बैंकों के निजीकरण और बैंकिंग कानून अधिनियम 2021 को लेकर वो विरोध प्रदर्शन करेंगे। स्टेट बैंक ने ग्राहकों को सूचना दी है कि बैंकिंग सेवाएं 28-29 मार्च को प्रभावित रहेंगी। संगठनों ने सभी राज्यों में अपनी तैयारियों का जायजा लेने के बाद दो दिन हड़ताल का ऐलान किया है।
दो दिवसीय हड़ताल पर जा रहे कर्मचारी संगठनों का कहना है कि वो केंद्र सरकार की कर्मचारी विरोधी, किसान विरोधी, जनता विरोधी और राष्ट्र विरोधी नीतियों के खिलाफ ये हड़ताल कर रहे हैं। बैंक यूनियन सरकारी बैंकों के निजीकरण को लेकर अपना विरोध जताएंगी। सरकार ने 2021 के बजट में दो और सरकारी बैंकों के प्राइवेटाइजेशन की घोषणा की थी।
भारत बंद में बैंकों के साथ साथ कोयला, स्टील, तेल, दूरसंचार, डाक विभाग और बीमा से जुड़े कर्मचारियों के भी इस हड़ताल में शामिल होने की संभावना है। वहीं, रेलवे और रक्षा विभाग से जुड़े कर्मचारी संगठन बड़े पैमाने पर इस हड़ताल को सफल बनाने में जुटे हैं।