जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: अश्लीलता के गोरख धंधे में बच्चों को हथियार बनाया जा रहा है। इस गंभीर मसले को लेकर अब देशभर में सीबीआई ने अभियान छेड़ दिया है। बच्चों के अश्लील वीडियो बनाने और उन्हें इंटरनेट के जरिए सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के मामले में 14 राज्यों के 77 जिलों में छापेमारी की जा रही है। सीबीआई के अधिकारियों ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी केस में 23 अलग अलग केस दर्ज किए हैं। जिसमें 83 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
Child Porn Case: छत्तीसगढ़ के कोरबा से एक अरेस्ट
चाइल्ड पोर्नोग्राफी केस में छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के सेमापाली गांव से भी एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। बुधवार को सीबीआई की टीम गांव पहुंची। जहां से टीम ने छत्रपाल सिंह कंवर नाम के शख्स को अपने साथ ले गई। जिसके बाद अब छत्रपाल सिंह के घर ताला लगा हुआ है। इसे साथ ही सीबीआई की टीम ने गांव में भी कई घंटो तक जांच पड़ताल की।
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इस मामले में यूपी के चंदौली में भी एक युवक से 4 घंटे तक पूछताछ की गई। युवक का कहना है कि उसके पास विदेशी लिंक आते हैं। जहां बच्चों के सेक्सुअली कंटेट को परोसा जाता है। पुलिस ने युवक का मोबाइल जब्त कर लिया है। वहीं, झांसी से तीन गिरफ्तार किए गए हैं।
Child Porn Case: ओडिशा में सीबीआई अधिकारी की पिटाई
चाइल्ड पोर्नोग्राफी केस में छापेमारी करने गई सीबीआई की टीम पर ओडिशा के ढेंकनाल में हमला किया गया। जिसमें एक सीबीआई अधिकारी की जमकर पिटाई की गई। जिससे वह घायल हो गए।
सीबीआई के मुताबिक मंगलवार की सुबह से ही मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, बिहार, ओडिशा, तमिलनाडु, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर लोगों के घरों में छापा मारी की गई।
बच्चों के साथ शोषण में 400 फीसदी का इजाफा
NCRB के आंकड़ों पर नजर डाले तो 2019 के मुकाबले 2020 में बच्चों के अश्लील विडियो, उन्हें अपलोड करने और उनका शोषण करने के मामलों में 400 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। जिसके बाद इस मामले पर गंभीरता से जांच करने के लिए सीबीआई की स्पेशल टीम गठित की गई है। जो देशभर में छापेमारी कर रही है। छापेमारी के दौरान सीबीआई को बड़ी तादाद में आपत्तिजनक दस्तावेज और डेटा मिले हैं।
ऐसे फल-फूल रहा ये गोरखधंधा
चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले सोशल मीडिया के जरिए पैर पसार रहे हें। वेबसाइट और विदेशी लिंक के जरिए निशाना बनाया जा रहा है। ये अवैध कारोबार वाट्सऐप जैसे सोशल मीडिया के माध्यम से भी फल फूल रहा है। इसमें कई हैकर्स भी शामिल हैं जो बच्चों की नादानी का फायदा उठाकर काले कारनामे कर रहे हैं।