जनतंत्र डेस्क Chhattisgarh: देश को आजाद हुए कई साल बीत गए लेकिन लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। ऐसा नहीं है कि देश ने तरक्की नहीं की। देश चांद तक पहुंच गया, लेकिन जमीं पर शायद अभी काम अधूरा है। आए दिन हमारे सामने ऐसी तस्वीरें आती रहती हैं जो हमें सोचने पर मजबूर कर दें, जो हमसे सवाल पूछें, क्या हम सच में विकसित देश बनने की ओर हैं? अब ऐसी ही तस्वीर छत्तीसगढ़ से सामने आई है। जहां बलरामपुर जिले में सड़क के अभाव में शिक्षक पानी से होते हुए मिड डे मील अपने कंधो पर लादकर लेकर जा रहे हैं।
ये तस्वीर बलरामपुर जिले के सुदूर क्षेत्र की है। जहां पर शिक्षक सुशील यादव और पंकज अपने कंधों पर मिड मील लिए पानी हेलकर स्कूल पहुंच रहे हैं। ये शिक्षक आठ किलोमीटर पैदल चलकर मिड डे मील का राशन स्कूल तक पहुंचाते हैं। पहाड़ी इलाके में स्कूल है और रास्ता करीब 8 किलोमाटर लंबा। स्कूल तक पहुंचने के लिए कोई सड़क नहीं है लिहाजा शिक्षक पानी हेलकर राशन ले जा रहे हैं। कच्चा रास्ता होने की वजह से स्कूल प्रशासन को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बारिश में तो ये समस्या और भी गंभीर हो जाती है। ऐसे में इन शिक्षकों ने शासन से सड़क बनाने की मांग की है।
Chhattisgarh: हरकत में आया शिक्षा विभाग
पानी और जंगल से होकर गुजरते हुए मिड डे मील ले जाने का वीडियो वायरल हुआ तो शिक्षा विभाग भी हरकत में आया। विभागीय अधिकारी ने कहा कि, पहाड़ी इलाके में स्कूल होने के कारण शिक्षकों के साथ साथ बच्चों को भी आने-जाने में दिक्कत होती है। उन्होंने कहा कि, ऐसे कठिन रास्तों में 8 किलोमीटर पैदल चलकर दोनों शिक्षकों ने बच्चों तक मिड डे मील पहुंचाया वाकई इन दोनों ने सराहनीय कार्य किया है।