जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एक इंटरव्यू में कई खुलासे किए। अश्विन ने बताया कि, साल 2018 और 2020 के बीच वो क्रिकेट छोड़ने (संन्यास) का विचार कर रहे थे। उन्होंने क्रिकेट छोड़ने की कई वजह बताई जिनमें से एक ये थी, उन्हें लगने लगा था कि टीम के लिए कई मैच जीतने के बाद भी मुश्किल वक्त में कोई उनका साथ नहीं दे रहा है।
दरअसल, आर अश्विन ने क्रिकेट वेबसाइट ‘ईएसपीएन क्रिकइंफो’ को दिए एक इंटरव्यू दिया है। जिसमें अश्विन ने कहा, “मैंने कई कारणों की वजह से संन्यास लेने का विचार किया। मुझे लगा कि लोग मेरी चोटों को लेकर उतने संवेदनशील नहीं हैं जितना उन्हें होना चाहिए। मैं सोचने लगा कि जब तमाम लोगों को सहारा दिया गया, तब मेरे साथ ऐसा क्यों नहीं किया जा रहा है। मेरा योगदान किसी से कम नहीं है। ”
‘शास्त्री के बयान ने किया परेशान’
इस इंटरव्यू में अश्विन ने करियर और उपलब्धियों से जुड़े कई मुद्दों पर बात की। इस दौरान उन्होंने भारतीय टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें शास्त्री ने 2019 के सिडनी टेस्ट में पाँच विकेट लेने के बाद कुलदीप यादव को ‘विदेशी ज़मीन पर भारत का नंबर 1 स्पिनर’ बताया था। सिडनी टेस्ट ड्रॉ रहा था लेकिन भारत ने ये सिरीज 2-1 से जीती थी। अश्विन ने बताया, वो कुलदीप के लिए खुश थे लेकिन उस पल उन्हें लगा जैसे कि उन्हें ‘ज़मीदोज कर दिया गया हो।
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इसको लेकर अश्विन ने कहा, “मैं रवि भाई को ख़ासा मान देता हूं। हम सभी देते हैं, मैं ये भी समझता हूं कि हम सभी अपनी बातें रख सकते हैं और फिर उन्हें वापस भी ले सकते हैं। लेकिन उस एक पल में लगा कि मुझे कुचल दिया गया है।‘’ उन्होंने कहा, “हम सभी ये बात करते हैं कि टीम के साथी की कामयाबी का जश्न मनाना कितना अहम है। मैं कुलदीप के लिए खुश था, मैं पांच विकेट लेने में कामयाब नहीं हुआ था लेकिन उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में पांच विकेट हासिल किए थे। मुझे पता था कि ये कितनी बड़ी बात है।”
इंटरव्यू के दौरान आर अश्विन ने कहा, “लेकिन, अगर मुझे उनकी खुशी और टीम की कामयाबी में शामिल होना है तो मुझे लगना चाहिए कि मैं इसी जगह का हिस्सा हूं। अगर मुझे लगे कि जैसे मुझे बस के नीचे फेंक दिया गया है तब मुझसे उठने और पार्टी में आकर टीम या फिर टीम के साथ की कामयाबी का जश्न मनाने की उम्मीद कैसे की जा सकती है।”
‘परिवार ने दी हिम्मत’
अश्विन ने कहा, “मैं अपने कमरे में लौटा और अपनी पत्नी से बात की। मेरे बच्चे भी वहां थे, तब हम इसे पीछे छोड़ देने में कामयाब हुए। मैं उसके बाद पार्टी में भी शामिल हुआ। आखिरकार हमने एक बड़ी सिरीज जीती थी।”
आर अश्विन ने टेस्ट मैचों में भारत के लिए 427 विकेट लिए हैं। टेस्ट मैचों में वो भारत के दूसरे सबसे कामयाब स्पिनर हैं। उनसे ज्यादा विकेट सिर्फ अनिल कुंबले के नाम हैं, कुंबले ने 619 विकेट लिए हैं।