जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: प्यार को सबसे महान और पावरफुल माना गया है। हमारे इतिहास में कई प्रेम कहानियां हैं जिनकी मिसालें आज भी दी जाती हैं। वो प्रेमी जोड़े जो भले ही ना मिल पाएं हो लेकिन उनका प्यार हमेशा के लिए अमर हो गया। प्यार की कहानियां हैं तो निशानियां भी हैं। जो अमर प्रेम का प्रतीक हैं। जानिए आज ऐसी ही इमारतों के बारे में जिनका निर्माण प्यार की निशानी के तौर पर किया गया है।
ताजमहल, आगरा
सफेद संगमरमरी इमारत ताजमहल प्यार की खूबसूरत दास्तां बयां करती है। विश्व के सात अजूबो में शुमार ताज का दीदार करने विदेशी पर्यटक भी आते हैं। ताजमहल को मुगल सम्राट शाहजहां ने बेगम मुमताज महल की याद में बनवाया था। आज भी जब प्यार की निशानी की बात होती है तो सबसे पहला नाम ताजमहल का ही आता है। हाल ही में मध्यप्रदेश के एक व्यापारी ने अपनी पत्नी के लिए हुबहू ताजमहल जैसा घर बनावा दिया था।
मस्तानी महल, शनिवारवाड़ा, पुणे महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के पुणे में स्थित शनिवारवाड़ा महल मराठा पेशवा बाजीराव और उनकी पत्नी मस्तानी के प्यार की निशानी माना जाता है। हालांकि आज यह महल अस्तित्व में नहीं है लेकिन इसके अवशेष अभी भी मौजूद हैं। 1730 में पेशवा बाजीराव ने इस महल का निर्माण करवाया था। बताया जाता है जब बाजीराव, मस्तानी को महल में आए थे तब परिवार ने मस्तानी को रानी के रूप में स्वीकार करने से मना कर दिया था। जिसके बाद पेशवा बाजीराव उन्हें शनिवारवाड़ा लेकर गए। जिसके बाद यह महल उनके प्यार की निशानी के तौर पर ही जाना जाता है।
चित्तौड़गढ़ किला, राजस्थान
रानी पद्मिनी और राजा रतन सिंह की प्रेम कहानी के बारे में कौन नहीं जानता। चित्तौड़गढ़ किले में आज भी इनके प्रेम की गूंज है। यह किला न केवल इनकी प्रेम कहानी को दर्शाता है साथ ही यह किला ये भी दर्शाता है कि रानी पद्मिनी की कितनी बैखौफ और स्वाभिमान से भरे व्यक्तित्व की धनी थी। जिसने खुदको औरंगजेब को सौंपने की बजाय अपनी जान देना स्वीकार किया। भारत के सबसे बड़े किलो में से एक चित्तौड़गढ़ किले का निर्माण 7वीं शताब्दी में हुआ था। यह किला यूनेस्को की हेरिटेज साइट में भी इसे सूचीबद्ध किया गया है। यह किला रानी पद्मिनी और राजा रतन रावल सिंह की ऐतिहासिक प्रेम कहानी का प्रतीक है। जिसमें रानी पद्मिनी का तीन मंजिला महल प्रमुख आकर्षण का केंद्र है।
रूपमती मंडप, मांडू मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश के मांडू में स्थित रूपमती मंडप की नींव ही प्यार है। मांडू के राजकुमार बाज बहादुर की रानी रुपमती से बेपनाह मोहब्बत ने इस महल का निर्माण करवाया। दरअसल, राजकुमार बाज बहादुर को रानी रूपमती की आवाज सुनकर उनसे प्यार हुआ था। रानी रूपमती ने राजकुमार से ऐसा किला बनवाने की मांग की थी, जहां से वे नर्मदा नदी को देख सकें। जिसके बाद बाज बहादुर ने महल का निर्माण करवाया जो युवा दिलों के लिए आकर्षण का केंद्र है।