रश्मि सिंह|India-Maldives Row: भारत और मालदीव के बीच का संबंध पिछले कुछ दिनों से काफी घराब चल रहे है। मालदीव के नेता के लक्षद्वीप वाले बयान के बाद तो भारत ने बॉयकार्ट मालदीव ट्रेंड भी चलाया था। लेकिन इन सब के बीच अब भारत और मालदीव के रिश्ते में सुधार होने की खबर सामने आ रही है। दरअसल भारत ने मालदीव के लिए आवश्यक वस्तुओं के लिए मंजूरी दे दी है। इस वस्तुओं में चावल, गेहूं और प्याज जैसी वस्तुए शामिल है। सरकार ने इन वस्तुओं पर काफी समय से प्रतिबंध लगाया हुआ है। हम सबको पता है भारत चावल, चीनी और प्याज जैसे अनांज का प्रमुख उत्पाद होने वाला देश है। लेकिन आम चुनाव से पहले स्थानीय कीमतों पर नियंत्रण रखने के लिए इन खाद्य वस्तुओं के निर्यात पर कई प्रतिबंध लगाए है।
भारत ने मालदीव को कौन सी वस्तुओं का दिया अनुमति
जानकारी के लिए बता दें कि, भारत सरकार और मालदीव का संबंध पहले से ठीक होने जा रहा है। कई विवादो के बाद अब दोनों देश अपने रिश्ते में सुधार ला रहा है। मालदीव नेता कॉन्ट्रोवर्सी के बाद भी भारत मालदीव की मदद करने का फैसला लिया है। अब खबर यह आ रही है कि, सरकार ने मालदीव के लिए आवश्यक वस्तुओं के लिए मंजूरी दे दी है। ऐसे में सब का यहीं सवाल है कि सरकार ने किस वस्तुओं की मजंरी दी है। सरकार ने एक अधिसूचना में कहा है कि, 1 अप्रैल से शुरू होने वाले 2024-25 वित्तीय वर्ष में मालदीव के लिए इन वस्तुओं के निर्यात पर छूट दी जाएगी। भारत ने मालदीव को 124,218 मीट्रिक टन चावल, 109,162 टन गेंहूं का आटा, 64,494 टन चीनी, 21,513 मीट्रिक टन आलू, 35,749 टन प्याज और 427.5 मिलियन अंडे के निर्यात की अनुमति दी है। इसके अलावा भारत ने 10 लाख टन पत्थर और नदी की रेत निर्यात की भी अनुमति दी है।