जनतंत्र डेस्क, Maharashtra: महाराष्ट्र के पालघर में ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए अलग से श्मशान घाट बनाया जाएगा। पालघर जिला प्रशासन ने यह फैसला लिया है। राज्य में कई दिनों से ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए अलग श्मशान घाट बनाने की मांग की जा रही थी। सबसे पहले पालघर प्रशासन ने यह मांग पूरी की।
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पालघर के जिलाधिकारी डॉ माणिक गुरसाल ने अपनी टीम से ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए एक स्वतंत्र श्मशान के लिए जमीन खोजने और इसके निर्माण की तैयारी करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि इस समुदाय से जुड़े लोगों को किसी तरह की समस्या न हो इसलिए हमने यह फैसला लिया है।
पालघर जिला प्रशासन का कहना है कि ट्रांसजेंडर समुदाय को समाज में दूसरों से अलग नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि उन्हें कई सरकारी योजनाओं में अपेक्षित लाभ दिया जाएगा।
मिलेंगे अलग पहचान पत्र
पालघर जिला प्रशासन के मुताबिक, जल्द ही ट्रांसजेंडर समुदाय को अलग से पहचान पत्र जारी किया जाएगा, ताकि उन्हें योजनाओं का लाभ सके। हाल ही में जिले के दहानू तालुका में 30 ट्रांसजेंडर लोगों को पहचान पत्र दिए हैं। पालघर में 100 से ज्यादा ट्रांसजेंडर हैं और जल्द ही उन सभी को आईडी कार्ड दिए जाएंगे।
फ्री में मिलेगी ट्रांसजेंडर समुदाय को कानूनी सहायता
महाराष्ट्र के पहले ट्रांसजेंडर वकील पवन यादव ने इस समुदाय को मुफ्त कानूनी सहायता देने का फैसला लिया है। पवन यादव 30 साल के हैं। सत्यश्री शर्मिला भारत की पहली ट्रांसजेंडर वकील थीं।