नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में मथुरा के नंदगांव में स्थित विश्व प्रसिद्ध नंद बाबा मंदिर में चार दिन पूर्व दो मुस्लिमों द्वारा नमाज पढ़ने को लेकर विवाद शुरू हो गया है। रविवार को नंदबाबा मंदिर में नमाज पढ़ने की फोटो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद हिंदू संगठनों ने नाराजगी जताई है, वहीं मंदिर के सेवायत ने कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।
नंदगांव के विश्व प्रसिद्ध से नंद बाबा मंदिर में 29 अक्टूबर की दोपहर हरी टोपी लगा कर दो युवक अपने तीन सहयोगियों के साथ पहुंचे। मंदिर में पहुंचने के बाद एक युवक ने अपना नाम फैजल खान बताया और अपने साथ आए साथियों का परिचय मोहम्मद चांद, नीलेश गुप्ता और आलोक के रूप में कराया। फैजल ने मंदिर के सेवायत पुजारी कान्हा गोस्वामी से दर्शन करने की बात कही और स्वयं को हिंदू मुस्लिम संस्कृति में विश्वास रखने वाला बताया और अपने मोबाइल से तमाम हिंदू संत-महंतों के साथ अपनी फोटो दिखाए।
सेवायत ने उनकी बात का मान रखते हुए दर्शन करने की अनुमति दी और वह दर्शन करके मंदिर के गेट नंबर 2 की ओर चले गए। कोविड-19 के चलते मंदिर में आजकल श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं है। इसका फायदा उठाकर फैजल खान ने मंदिर परिसर में चांद मोहम्मद के साथ नमाज पढ़ी और उसके साथी नीलेश गुप्ता और आलोक ने उनके फोटो खींचे।
ये शिकायत मंदिर प्रशासन की ओर से ही दर्ज कराई गई है, जिसमें कहा गया है कि दिल्ली से दो लोग मंदिर में आए थे. दोनों मुस्लिम लोगों ने बिना इजाजत के मंदिर परिसर में नमाज पढ़ी और अपने फोटो सोशल मीडिया पर डाल दिए जो वायरल हो गए. एफआईआर में कहा गया है कि इनको फोटो डालने से हिन्दू समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं और आस्था को गहरी ठेस पहुंची है।आरोप लगाया गया है कि ये लोग मंदिर के फोटो का दुरुपयोग ना करें और कहीं इन्हें विदेशी संगठनों से फंडिंग तो नहीं हो रही है. ऐसे में इस मामले में जल्द जांच की अपील की गई है।
आपको बता दें कि मथुरा में इस तरह का मामला तब सामने आया है, जब यहां पर स्थित कृष्ण जन्मभूमि और उसके पास बनी मस्जिद का मामला अदालत पहुंचा है. बीते दिनों ही यहां पर कुछ संगठनों ने शाही ईदगाह मस्जिद को हटाने की अपील की है और मथुरा जिला अदालत में याचिका लगाई है, जिसपर नवंबर में ही सुनवाई होनी है।