जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ लेकिन सभी पार्टियों ने सियासी समर जीतने की तैयारी शुरू कर दी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी उत्तर प्रदेश की राजनीति में काफी एक्टिव हो गई हैं। बुधवार को लखनऊ में प्रिंयका गांधी ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस का महिला घोषणा पत्र (शक्ति विधान) जारी किया।
प्रियंका गांधी ने मेनिफेस्टो जारी करते हुए ऐलान किया, स्नातक में नामांकित लड़कियों को स्कूटी मिलेगी। महिलाओं को हर साल तीन गैस सिलेंडर मुफ्त मिलेंगे। परिवार में पैदा होने वाली प्रत्येक बालिका के लिए एक एफडी बनवाई जाएगी। हमने पुलिस बल में 25% महिलाओं को नौकरी देने की घोषणा की है।
स्वाभिमान, स्वावलंबन, शिक्षा, सम्मान, सुरक्षा और सेहत
प्रियंका गांधी वाड्रा ने ऐलान किया, राजनीति में हम 40% हिस्सेदारी से शुरू कर रहे हैं, हम चाहते हैं कि ये एक 50% बने। कामकाजी महिलाओं के लिए 25 शहरों में सुरक्षित और नवीनतम सुविधाओं वाले छात्रावास बनाए जाएंगे, मनरेगा में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। हमने महिला घोषणापत्र को छह हिस्सों में बांटा है, स्वाभिमान, स्वावलंबन, शिक्षा, सम्मान, सुरक्षा और सेहत। हमने घोषणापत्र में ये घोषणा की है कि नए सरकारी पदों में आरक्षण प्रावधानों के अनुसार 40% महिलाओं की नियुक्ति होगी।
हमने एक महिला घोषणा पत्र बनाया है जिसमें हम ये कहना चाहते हैं कि हम महिलाओं को सचमुच सशक्त बनाना चाहते हैं और इसके लिए हमें एक ऐसा वातावरण बनाना पड़ेगा जहां महिलाओं की अभिव्यक्ति बंधनों को तोड़ सके।
कांग्रेस के मेनिफेस्टों में महिलाओं के लिए क्या-क्या
स्नातक पास लड़की को स्कूटी मिलेगी
महिला द्वारा संचालित छोटे व्यापारों में टैक्स से छूट मिलेगी
बस में फ्री यात्रा मिलेगी
विधवा को 500 रुपये पेंशन
गरीब महिलाओं को फ्री इंटरनेट
आवासीय खेल अकादमी बनवाई जाएंगी
पुलिस बल में 25 प्रतिशत महिलाओं को नौकरी
बलात्कार जैसी शिकायत में नियमों का पालन न होने पर अधिकारी का निलंबन
हर जिले में महिलाओं के लिए मुफ्त कानूनी मदद
कोई भी बीमारी हो 10 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज
मासिक धर्म से संबंधित दवाओं की मुफ्त आपूर्ति होगी
हर एक सीएचसी में स्वस्थ शिक्षा केंद्र होगा, डॉक्टर भी महिला ही होंगी
प्रियंका गांधी ने इस दौरान कहा, ”शक्ति , संकल्प, करुणा, दया , साहस यह महिलाओं के गुण होते हैं, हम चाहते हैं कि ये गुण राजनीति में भी आएं। आज कल सिर्फ कागजों में महिलाओं की बात होती है, जबकि कांग्रेस पार्टी द्वारा पंचायती राज में महिलाओं को 33 परसेंट के साथ इसकी शुरुआत हुई थी। हमारे देश में महिला प्रधानमंत्री तब बनी जब उस वक्त महिलाओं की भागीदारी नहीं होती थी।”