Telangana Election 2023: तेंलगाना में 30 नंवबर को मतदान हो रहा है। बता दें कि सुबह 9 बजे तक 8.52 प्रतिशत मतदान हो चुका है। साथ ही राज्य के सभी 35,655 मतदान केंद्रों पर वोटिंग हो रही है। तेलंगाना चुनाव के समाप्त होते ही इस वर्ष होने वाले सभी विधानसभा चुनाव भी खत्म हो जाएंगे। हालांकि यह भी माना जा रहा है कि, यह 2024 लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल है। पांच राज्य तेलंगाना से पहले छत्तीसगढ़, मिजोरम, मध्य प्रदेश और राजस्थान विधानसभा के लिए मतदान हो चुका है। तो वहीं 119 सीटों पर तेलंगाना में चुनाव हो रहा है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। चुनाव का प्रचार प्रसार भी सभी पार्टियों ने खूब जोरों सोरो से किया।
असदुद्दीन ने वोटर्स से की अपील
AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “तेलंगाना के सभी वोटर्स से मेरी अपील है कि आप अपने वोट का इस्तेमाल कीजिए। हैदराबाद की खूबसूरती के बरकरार रखने के लिए और हमारे इस रियासत की भाईचारगी को मजबूत बनाने के लिए, संविधान में और भरोसा पैदा करने के लिए मतदान कीजिए। ये घर में बैठकर छुट्टी बनाने का दिन नहीं है।”
कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी का बयान
तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने कहा, “मैं कल अपना वोट डालने जा रहा हूं। हम बीआरएस के 10 साल के कुशासन को खत्म करेंगे। उन्होंने कहा, राज्य के किसान बहुत तकलीफ में है। इस चुनाव में, पहली बार मतदाताओं से मेरी सबसे बड़ी उम्मीद यह है कि वे अपने वोट से तेलंगाना के भविष्य को आगे ले जाएंगे। कांग्रेस सभी वर्गों की उम्मीदों को पूरा करने के लिए काम करेगी। हम राज्य में दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाने जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस, एआईएमआईएम और बीजेपी तीनों एक साथ मिलकर कांग्रेस को हराने की साजिश कर रहे हैं।”
बीजेपी अध्यक्ष किशन रेड्डी क्या बोले?
तेलंगाना बीजेपी के अध्यक्ष जी किशन राज्य के लोगों से घर से बाहर निकलकर वोट करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि, “आप तेलंगाना के भविष्य के लिए घर से बाहर निकलिए और प्लीज वोट कीजिए। आप लोगों के वोट करने से लोकतंत्र मजबूत होता है।”
केसीआर पार्टी का दबदबा
2014 में तेलंगाना राज्य के गठन के बाद दो बार चुनाव हुए और दोनों चुनावों में केसीआर की तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने बहुमत हासिल किया। 2018 के दूसरे विधानसभा चुनाव में तो टीआएस के सामने विपक्षी दल नजर भी नए आए। हालांकि साल 2022 में के. चंद्रशेखर राव ने अपनी पार्टी का नाम बदलकर बीआरएस रख दिया। साथ ही 2023 चुनाव में इस पार्टी को बीजेपी और कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिल रही है।