रश्मि सिंह|NATO DATING: अब दुनिया इतनी आगे आ चुकी है कि लोग को प्यार करने और जताने का तरीका बिल्कुल अलग हो सकता है। कुछ लोग अपना जीवन बिताने के लिए एक साथी की आवश्यकता महसूस करते है, जबकि दूसरों को सिर्फ समय बिताने के लिए रिश्तों में आना पसंद है। नई पीढ़ी में डेटिंग करने की अपनी अलग पसंद है। अब के लोगों में नई डेटिंग में नाटो डेटिंग का भी एक नया प्रचलन है। यदि नाटो को सीधे शब्दों में समझा जाए तो लोग केवल अनुभव के लिए डेट करते है, परिणाम की चिंता किए बिना। आइए जानते है क्या होता है नाटो डेटिंग…
NATO डेटिंग है क्या
- NATOडेटिंग में लोग एक दूसरे से कुछ भी उम्मीद रखे बिना ही डेट करना पसंद करते है। NATO डेटिंग लोगों को नई चीजें खोजने और केवल वर्तमान में जीने का सिखाता है, भविष्य की चिंता किए बिना।
- कई बार लोग अपने रिश्ते की शुरुआत में ही एक दूसरे को कमिटमेंट देते है। इस प्रकार, जब उनका रिश्ता ठीक से काम नहीं करता, तो उनके लिए इससे बाहर निकलना काफी कठिन हो जाता है, लेकिन NATO डेटिंग में, लोग केवल आज में जीने को पसंद करते हैं और किसी भी भविष्य की कमिटमेंट नहीं देते। इससे लोग अपने रिश्तों में और अधिक स्वतंत्र और सुखद महसूस करते है।
- कई बार लोग रिश्तों में प्रवेश करते हैं, लेकिन उन्हें यह पता नहीं होता कि उन्हें रिश्ते में क्या चाहिए, लेकिन NATO डेटिंग में, लोग केवल अनुभवों के लिए ही रिश्तों में प्रवेश करते है। इस प्रकार, उन्हें यह समझना आसान हो जाता है कि उनके भविष्य के साथी में वे क्या चाहते है।
- नाटो डेटिंग से होने वाले नकारात्मक प्रभाव होता है। इस डेटिंग के काफी नकारात्मक प्रभाव भी पड़ते है। इस रिश्ते में अगर लोग आते है तो उन्हें बाद में दूर होना मुश्किल हो जाता है। साथ में रहने से दोनों को आदत लग जाती है। वहीं इस कारण रिश्ते को लेकर कंफ्यूजन बढ़ जाती है। इस रिश्ते में लॉन्ग टर्म की गारंटी नहीं होती है।