टमाटर ही नहीं ये सब्जियां भी हुई महंगाई
आजकल देखा जा रहा है कि सब्जियों के दाम आसमान को छू रहे हैं. आज 10 रुपये किलों बिकने वाला टमाटर 150 रुपये किलों बिक रहा है. बारिश के कारण टमाटर के साथ कई सब्जियां महंगी होती जा रही है. इन सब्ज़ियों में धनिया अदरक प्याज शामिल है. इसी के साथ सब्जियों के दाम आसमान को छूने लगे हैं यह सब बारिश के मौसम के कारण हुआ है लेकिन सबसे ज्यादा दाम टमाटर के हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि हमें टमाटर बाहर से मँगवाने पड़ रहे है महंगी सब्जियों ने घर के बजट को बिगाड़ दिया है. बारिश के कारण अचानक ही सब्जियों के दाम बढ़ चुके हैं. महंगाई के कारण गरीब लोग ज्यादा प्रभावित होते हैं. क्योंकि उन्हें उचित रेटों में सब्जी लेना महंगा पड़ रहा है. जो उनके बजट में नहीं है. बारिश के चलते देश के कई हिस्सों में फसल बिल्कुल नष्ट हो गई है जिसके कारण महंगाई हर क्षेत्र में बड़ चुकी है. वहीं स्टोर किया हुआ टमाटर भी ख़त्म होने के कारण टमाटर की कीमतें बड़ी हैं.
अब ये है सब्जियों के नए रेट?
देशभर में मानसून की पहली बरसात के कारण ऐसा होता है. बारिश के कारण हरी सब्ज़ियाँ ज़्यादा प्रभावित होती हैं. भारी बारिश के कारण फसलें नष्ट हो जाती हैं. कई बार तो ओला बरिष्टी की समस्या भी पैदा होती हैं. जिसके चलते सब्ज़ियों के दाम पर असर पड़ता हैं. बात करें सब्जियों के दाम की तो बता दें आज के समय में
1. धनिया 150-180 रुपये किलो,
2.गोभी 120-150 रुपये किलो,
3.शिमला मिर्च 130-150 रुपये किलों,
4.भिंडी 80-90 रुपये किलों,
5.बैंगन 50 रुपये किलों
6. प्याज़ 20-30 रुपये किलो, और कद्दू 40-50 रुपये किलों बिक रहा है. अकेला टमाटर ही ऐसा है जो काफी महंगे दाम में इस समय बाजार में बेचा जा रहा है. 150 से ₹200 किलों में बिक रहा है पहले यह सब 20 से ₹30 किलों में बिकती थी लेकिन बारिश के कारण अचानक से इनके दाम बढ़ चुके हैं. सब्जियों के बढ़ते दामों के चलते किसानों से पूछा कि सब्जियों के दाम क्यों बढ़ रहें है किसानों ने इस बात का कारण फसल खराब होना ही बताया है.
महंगाई पर एक बार फिर हुई राजनीति
आपने देखा होगा की पिछले सालो में जब प्याज महँगा हुआ था तब भी आम लोगों को महंगाई का सामना करना पड़ा था और अब भी ऐसा ही है. जहां पर महंगाई के मुद्दे की बात होनी चाहिए वहां राजनीति हो रही है. जिसमें गरीब लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा हैं.
टमाटर की बढ़ती कीमत आज के समय में राजनीति मुद्दा बन चुकी है. सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी टमाटर की क़ीमतें कम नहीं हुई है. और इस पर जमकर राजनीति कि जा रही है. जिससे हर कोई प्रभावित हो रहा है.अलग-अलग पार्टी अपनी प्रतिक्रियाएं महंगाई को लेकर रख रही है.लेकिन इस समयस्या का हल कोई भी पार्टी नहीं निकाल पा रही. आमजन को इंतजार है तो सिर्फ महंगाई कम होने का.