रश्मि सिंह|World Toilet Day: 19 नवंबर को हर साल टॉयलेट डे मनाया जाता आ रहा है। इसकी शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2013 में की थी। इस दिन दुनियाभर में लोगों को सरक्षित और स्वच्छ शौचालय के लिए जागरुर किया जाता है।
ये है टॉयलेट मैन
दुनिया जिसे टॉयलेट मैन के नाम से जानती है उनका असली नाम बिंदेश्वर पाठक है । बिहार के वैशाली जिले के रामपुर बाघेल गांव में जनमें बिंदेश्वर ने अपने जीवन में स्वस्छता अभियान को लेकर ऐसे-ऐसे बड़े काम किए कि उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। यहां तक कि वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी एक रिपोर्ट में उन्हें मिनी क्रांतिकारी तक बताया। आपको जानकार हैरानी होगी कि इस मिनी क्रांतिकारी ने ना सिर्फ भारत में बल्कि विदेशें में भी शौचालय उपलब्ध कराने को लेकर उपलब्ध कराने को लेकर उपलब्धि हासिल की थी।
बिंदेश्वर पाठक का निधन
ऐसे इंसान शारीरिक रूप से भले ही मर जाएं, लेकिन वैचारिक रूप से वो हमेशा ज़िंदा रहते है। 15 अगस्त 2023 वो तारीख थी, जब बिंदेश्वर पाठक ने अपनी आखिरी सांस ली। इस इंसान ने इतने महान काम किए थे कि साल 2016 में न्यूयॉर्क में उनके नाम पर बिंदेश्वर पाठक डे सेलिब्रेट किया गया। इसके साथ ही आपको बता दें बिंदेश्वर पाठक को फ्रांस का लीजेंड ऑफ प्लैनेट अवॉर्ड, दुबई इंटरनेशनल अवॉर्ड, एनर्जी ग्लोब अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है।