Manipur News : मणिपुर में पिछले दो सालों से हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। यह हिंसा मैतेई और कुकी समुदायों के बीच चल रही है। इसी के चलते मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफ़ा सौंपा। उन्होंने पार्टी के अंदरुनी विचार-विमर्श के बाद इस्तीफा सौंपा है। एन बीरेन सिंह ने रविवार को गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ करीब डेढ़ घंटे बैठक की थी। बैठक के बाद वह सीधा इंफाल गए और अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया।
एन बीरेन ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा
बीरेन सिंह ने गवर्नर अजय भल्ला से मुलकात का समय मांगा था। जिसके बाद अजय भल्ला ने उन्हें शाम 6.15 का टाइम दिया। बीरेन सिंह ने गवर्नर से मिलने के बाद उन्हें इस्तीफा सौंप दिया। बता दें कि सोमवार को मणिपुर विधानसभा सत्र का बजट सत्र शुरू होने वाला था। इस सत्र के लिए कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव दे रखा था। माना जा रहा है कि इस्तीफे का बड़ा कारण कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव है।
बिरेन सिंह के इस्तीफे का कारण
जानकारी के मुताबिक एनडीए में सहयोगी पार्टी एनपीपी पीछे हट गई थी। वहीं पार्टी के कुछ अंदरूनी नेता भी बीरेन सिंह के खिलाफ थे। यही दो वजह बीरेन सिंह के इस्तीफे का कारण बनी। बिरेन सिंह पर आरोप है कि वह अपने मंत्रियों और विधायकों की सुरक्षा नहीं कर पाए।
एन बीरेन ने इस्तीफे में क्या लिखा ?
बीरेन सिंह ने अपने इस्तीफे में लिखा, “मणिपुर के लोगों की सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात रही है। मैं केंद्र सरकार का बहुत आभारी हूं। उन्होंने हमेशा ही समय पर कार्रवाई की और विकास कार्य में हमारी हमेशा मदद की। मणिपुरी के हितों की रक्षा के लिए कई परियोजनाएं भी चलाई गई हैं। मेरा केंद्र सरकार से अनुरोध है कि वह इसी तरह काम करती रहे।”