UP Politics News : उत्तर-प्रदेश की सियासत में दलित वोटर काफी अहम हैं। यह वोटर राज्य की सरकार तय करते हों। इस दौरान बहुजन समाज पार्टी और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के बीच नोक-झोंक बढ़ती जा रही है। सोमवार, 2 मई को मायावती ने चंद्रशेखर आजाद को लेकर अपने सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर निशाना साधा। जिसमें बरसाती मेंढक जैसे शब्द का इस्तेमाल हुआ था। वहीं अब चंद्रशेखर आजाद ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि ये पोस्ट उनके लिए नहीं बल्कि मीडिया के लिए था।
चंद्रशेखर आजाद ने मायावती पर किया पलटवार
चंद्रशेखर आजाद ने आकाश आनदं पर तंज कसते हुए कहा “जितना मेरे ऊपर हमला होगा मेरी पार्टी उतना मजबूत होगी। उन्होंने लिखा कि “भाजपा व सपा आदि पार्टियों के सहारे व इशारे पर चलकर बहुजनों की एकता व बीएसपी को कमजोर करने वाले बरसाती मेंढकों की तरह के संगठन व दलों के नेता चाहे निजी स्वार्थ में विधायक, सांसद व मंत्री क्यों ना बन जाएं इनसे समाज का कुछ भला होने वाला नहीं। लोग सावधान रहें।”
मायावती ने पहले साधा था निशाना
चंद्रशेखर आज़ाद ने मायावती के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि “यह टिप्पणी उनके लिए नहीं थी, बल्कि मीडिया के लिए थी।” चंद्रशेखर आजाद ने आकाश आनंद पर निशाना साधते हुए कहा कि “आकाश आनंद हमें जितने अपशब्द कहेंगे, हमारा कैडर उतना ही मजबूत होगा। हमारी पार्टी और कार्यकर्ता इन टिप्पणियों से और ताकतवर बन रहे हैं।”
वहीं बरसाती मेंढक वाले बयान पर चंद्रशेखर ने कहा कि “ये बयान मीडिया के लिए है, जो अक्सर गुमराह करता है। अगर ये बयान मेरे लिए था, तो जब मायावती ये बता दें कि मेरे लिए कहा है उन्होंने ये, तो मैं उन्हें जवाब दूंगा।”
मायावती-चंद्रशेखर आजाद के बीच तनातनी
बता दें कि उत्तर-प्रदेश में 21 प्रतिशत से ज्यादा दलित वोट है। साल 2012 में विधानसभा चुनावों में हार के बाद बसपा लगातार नीचे खिसकती जा रही है। पिछले साल 2024 में भी उन्हें एक भी सीट नहीं मिली थी। जबकि चंद्रशेखर आजाद ने नगीना अरक्षित सीट पर जीत हासिल की। यह सीट पहले बसपा के पास थी। चुनाव प्रचार में भी आकाश आनंद ने चंद्रशेखर को लेकर कई तीखे बयान दिया गया था। जिसके बाद से दोनों पार्टियों के बीच तीखी नोक झोंक चल रही है।