दुनियाभर में मनाया जा रहा है Human Rights Day
नई दिल्ली- आज यानि 10 दिसंबर को दुनियाभर में अंतराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस (Human Rights Day) मनाया जा रहा है। बता दे कि मानवाधिकार इस समाज में रह रहे लोगों के मूल अधिकार की बात करता है जिसमें जीवन, आज़ादी, बराबरी, शिक्षा, जाति, लिंग,भाषा, समुदाय और धर्म आते है। माना गया है कि इन अधिकारों पर समाज में रह रहे हर व्यक्ति का अधिकार है। वहीं हमारे मौलिक अधिकार देश के संविधान में उल्लेखित किए गए है।
मानव अधिकार का इतिहास
बता दे कि दूसरे विश्वयुद्ध के बाद यानि कि 1948 में 48 देशों ने मानव अधिकारों की व्याख्या करते हुए एक चार्टर तैयार कर हस्ताक्षर किए। वहीं संयुक्त राष्ट्र के इस चार्टर पर भारत ने भी हस्ताक्षर किए। इस चार्टर में मानव जाति के अधिकारों की रक्षा की व्याख्या की गई। भारत में 1993 में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग अस्तित्व में आया यानिकी देश में मानवाधिकारों से जुड़ी एक स्वातंत्र संस्था बनने में 45 वर्ष लग गए।
आज समाज में मानव अधिकारों की दशा
वर्तमान समय में को देखते हुए आज मानव अपने अधिकारों की मांग पूरे हक के साथ कर रहा है। वहीं बीते कुछ वर्षो में भारत देश की स्थिति काफी बदल गई है। इस बदलाव में बहुत से मुद्दे शामिल हैं जैसे धारा 377 के हक में फैसला, कश्मीर में 370 धारा हटाना और हाल ही में लोकसभा में पास किया गया नागरिकता संशोधन बिल ही क्यों ना हो, इन सबको कही न कही मानवाधिकार के दृष्टिकोण से देखा जा सकता है।
भारत में मानवाधिकार की दशा
लेकिन समाज में बहुत सी ऐसी घटनाएं भी समाने आ रही है जो कि मानवाधिकार को शर्मसार कर रही है जिसमें महिलाओं के साथ दुष्कर्म कर हत्या जैसे जघन्य अपराध में शामिल है, अच्छी बात ये है कि इन घटनाओं से डरने की बजाए लोग एक बहतर समाज की मांग कर रहे हैं, फिर चाहें इन अधिकारों के लिए जंतर-मंतर पर नारेबाजी हो या इंडिया गेट पर कैंडलमार्च हो।