जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: एयरलाइन कंपनी इंडिगो एयरलाइंस ने एक दिव्यांग बच्चे को फ्लाइट में चढ़ने से रोक दिया। मामले पर अब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक्शन लिया है। जिसके बाद कंपनी के CEO को माफी मांगनी पड़ी। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दरअसल, शनिवार को एक दिव्यांग बच्चा अपने माता-पिता के साथ रांची एयरपोर्ट पहुंचा। इस दौरान उसे इंडिगो की रांची-हैदराबाद उड़ान में चढ़ने से रोक दिया गया, जिसके बाद उसके माता-पिता ने भी विमान की यात्रा नहीं करने का फैसला किया।
There is zero tolerance towards such behaviour. No human being should have to go through this! Investigating the matter by myself, post which appropriate action will be taken. https://t.co/GJkeQcQ9iW
— Jyotiraditya M. Scindia (मोदी का परिवार) (@JM_Scindia) May 9, 2022
एयरलाइंस के इस व्यवहार को लेकर पीड़ित ने ट्विटर पर पोस्ट किया। जिसके बाद उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक्शन लिया। मंत्री ने ट्विटर पर लिखा, ‘ऐसे रवैये के लिए जीरो टॉलरेंस है। किसी भी इंसान को इससे नहीं गुजरना चाहिए! मामले की खुद जांच कर रहा हूं, जिसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।’
DGCA ने भी इंडिगो से रिपोर्ट मांगी है। सोशल मीडिया पर शेयर होने के बाद इस मामले में कार्रवाई की गई है।
इंडिगो ने अपने CEO रोनोजॉय दत्ता के हवाले से सोमवार को स्टेटमेंट जारी करके कहा- ‘7 मई को रांची एयरपोर्ट पर दुर्भाग्यपूर्ण वाकया हुआ, जब एक दिव्यांग टीनेजर और उसके माता-पिता हैदराबाद की फ्लाइट में नहीं चढ़ पाए। इंडिगो के सभी कर्मचारी इस वायके को लेकर परेशान हैं। अप्रैल 2022 से लेकर अब तक हमने करीब 75 हजार दिव्यांगों को लेकर उड़ान भरी है। हमारे क्रू और एयरपोर्ट स्टाफ को खास ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि खास जरूरतों वाले यात्रियों को बेहतर ट्रीटमेंट दिया जा सके।’
कंपनी ने आगे कहा- ‘चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रिया के दौरान हम जाहिर तौर पर परिवार को ले जाना चाहते थे, लेकिन बोर्डिंग एरिया में टीनेजर काफी घबराया हुआ नजर आया। हालांकि, यात्रियों को विनम्र और सहानुभूति से ट्रीट करना हमारी सबसे अहम जिम्मेदारी है, लेकिन सेफ्टी गाइडलाइन्स को देखते हुए एयरपोर्ट स्टाफ को एक मुश्किल फैसला लेना पड़ा। इस घटना के सारे पहलुओं की जांच करने के बाद, एक संस्थान के तौर पर हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि मुश्किल घड़ी में हमने सबसे बेहतर निर्णय लिया।’
शनिवार को रांची एयरपोर्ट पर एक दिव्यांग बच्चा फ्लाइट में चढ़ने से डर रहा था। उसके माता-पिता उसे शांत करने में लगे थे। इस बीच इंडिगो कर्मियों ने बच्चे को विमान में चढ़ाने से मना कर दिया। उन्होंने तर्क दिया कि इससे अन्य यात्रियों को खतरा है।