नई दिल्ली: संसद का सत्र सोमवार 17 जून से शुरु हो चुका है। लोकसभा चुनाव के बाद शुरू हुए सदन के पहले सत्र को गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सदनों को संबोधित किया। दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए सबसे पहले राष्ट्रपति ने मतदान प्रक्रिया में भाग लेने वाले देश भर के मतदाताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। साथ ही सकुशल चुनाव संपन्न करवाने के लिए संबंधित विभाग और सुरक्षाबलों को धन्यवाद दिया। इसके साथ ही राष्ट्रपति ने मोदी सरकार के ‘न्यू इंडिया’ के विज़न को लोगों के सामने रखा।
पहले की तुलना में महिलाओं ने किया अधिक मतदान
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि इस बार महिलाओं ने पहले की तुलना में अधिक मतदान किया है और उनकी भागीदारी पुरुषों के लगभग बराबर रही है। करोड़ों युवाओं ने पहली बार मतदान करके भारत के भविष्य निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लोकसभा के इतिहास में सबसे बड़ी संख्या में, 78 महिला सांसदों का चुना जाना नए भारत की तस्वीर प्रस्तुत करता है।
देश की जनता ने बनाई पूर्ण बहुमत की सरकार
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि देश की जनता ने एक बार फिर पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई है, जिसका स्पष्ट सन्देश ये है कि विकास कार्यों को और अधिक तेज़ किया जा सके।
नई सरकार का विजन बताते हुए उन्होंने कहा कि मेरी सरकार पहले दिन से ही सभी देशवासियों का जीवन सुधारने, कुशासन से पैदा हुई उनकी मुसीबतें दूर करने और समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक सभी जरुरी सुविधाएं पहुंचाने के लक्ष्य के प्रति समर्पित है।
उन्होंने सरकार द्वारा शुरू की गयी आयुष्मान योजना, जल संरक्षण व आपूर्ति योजना, किसान सम्मान निधि योजना, जनधन योजना सहित कई अन्य योजनाओं का जिक्र किया और बताया कि सरकार इन योजनाओं के जरिये देश के सभी वर्गों के लोगों तक सुविधा पहुँचाने की कोशिश में तत्परता से जुटी है।
देशवासियों की मूलभूत आवश्यकताएं पूरी करते हुए, अब सरकार उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप एक सशक्त, सुरक्षित, समृद्ध और सर्वसमावेशी भारत के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ रही है।
सबका साथ सबका विकास
यह यात्रा ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ की मूल भावना से प्रेरित है। नए भारत की यह परिकल्पना केरल के महान कवि श्री नारायण गुरु के इन सद्विचारों से प्रेरित है: ‘जाति-भेदम मत-द्वेषम एदुम इल्लादे सर्वरुम, सोदरत्वेन वाड़ुन्न मात्रुकास्थान मानित।’
जो किसान हमारा अन्नदाता है, उसकी सम्मान-राशि की पहुंच बढ़ाते हुए, अब ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ को, देश के प्रत्येक किसान के लिए उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है।
नेशनल डिफेंस फंड’ से वीर जवानों के बच्चों को मिलने वाली स्कॉलरशिप की राशि बढ़ा दी गई है। इसमें पहली बार राज्य पुलिस के जवानों के बेटे-बेटियों को भी शामिल किया गया है।
आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी बचाना ही होगा
क्लाइमेट चेंज और ग्लोबल वॉर्मिंग के बढ़ते प्रभावों के कारण आने वाले समय में, जलसंकट के और गहराने की आशंका है। हमें अपने बच्चों और आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी बचाना ही होगा। नए ‘जलशक्ति मंत्रालय’ का गठन, इस दिशा में एक निर्णायक कदम है जिसके दूरगामी लाभ होंगे।
आज भारत मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में दुनिया में दूसरे स्थान पर है। हमारे देश में प्रथम स्थान पाने की क्षमता है। इसीलिए सरकार, ‘ब्लू रिवोल्यूशन’ यानि ‘नीली क्रांति’ के लिए प्रतिबद्ध है।
देश के 112 ‘आकांक्षी जिलों’ के विकास के लिए व्यापक स्तर पर कार्य हो रहा है। मेरी सरकार बैंक सेवाओं को देशवासियों के द्वार तक पहुंचाने का काम भी कर रही है। मेरी सरकार एक मजबूत, सुरक्षित और समावेशी भारत बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। महिला सशक्तीकरण, मेरी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है।
ग्रामीण महिलाओं को मिला योजनाओं का सर्वाधिक लाभ
‘उज्ज्वला योजना’ द्वारा धुएं से मुक्ति, ‘मिशन इंद्रधनुष’ के माध्यम से टीकाकरण, ‘सौभाग्य’ योजना के तहत मुफ्त बिजली कनेक्शन, इन सभी का सर्वाधिक लाभ ग्रामीण महिलाओं को मिला है। ‘राष्ट्रीय आजीविका मिशन’ के तहत ग्रामीण अंचलों की 3 करोड़ महिलाओं को अब तक 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का ऋण दिया जा चुका है।
देश में हर बहन-बेटी के लिए समान अधिकार सुनिश्चित करने हेतु ‘तीन तलाक’ और ‘निकाह-हलाला’ जैसी कुप्रथाओं का उन्मूलन जरूरी है। मैं सभी सदस्यों से अनुरोध करूंगा कि हमारी बहनों और बेटियों के जीवन को और सम्मानजनक एवं बेहतर बनाने वाले इन प्रयासों में अपना सहयोग दें।