Parliament Security Breach: 13 दिसंबर के दिन संसद में लोगों के घुसने के बाद से देश में हड़कंप मचा हुआ है। ऐसे में चार आरोपियों का नाम सामने आया है। बता दें कि संसद भवन में चारों आरोपियों ने धुंआ उड़ाया और नारेबाजी की। साथ ही आरोपी ललित झा को हिरासत में लिया गया और पूछताछ की गयी। रिपोर्ट के मुताबिक पता चला है कि, ललित ने सरेंडर करने से पहले एक फोन जलाया था। दरअसल, उस फोन तक पुलिस पहुंचना चाहती थी। पूछताछ में ललित ने यह भी बताया कि उसने पहले चारों आरोपियों सागर, नीलम, अमोल और मनोरंजन के फोन जलाए और अपना भी जला दिया।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लिखा पत्र
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद सुरक्षा चूक मामले पर सभी सांसदों को पत्र लिखा।
उन्होंने लिखा, “घटना की गहन जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है। मैंने एक उच्च शक्ति वाली समिति का गठन भी किया है जो संसद परिसर में सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करेगी और यह सुनिश्चित करने के लिए एक ठोस कार्य योजना तैयार करेगी कि इस तरह घटनाएं पुनरावृत्ति नहीं करती हैं।”
महंगाई और बेरोजगारी है मुद्दा
जिसपर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार यानि की आज बयान देते हुए कहा कि इस भारी चूक के पीछे का कारण बेरोजगारी और महंगाई हैं। साथ ही उन्होंने सवाल करते हुए कहा, ‘‘सुरक्षा में चूक हुई है, लेकिन ये क्यों हुआ? सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का मुद्दा है, जिसे लेकर पूरे देश में उबाल है। वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा, कि मोदी की नीतियों के कारण हिंदुस्तान के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है।”
युवा मन की हताशा का परिणाम
वही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, “घटना देशभर के अलग-अलग जगहों और प्रदेशों से इकट्ठा हुए युवा मन की हताशा का परिणाम है। यदि इसी तरह युवाओं को वर्तमान से निराशा हुई और भविष्य से ना उम्मीदगी तो ये देश के लिए अच्छा नहीं होगा। ये घटना व्यवस्था के दरवाज़े पर चेतावनी की दस्तक है।”
नहीं किया जा सकता समझौता
साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी संसद की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि, “मंदिर की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता। जिस तरीके से अचानक सदन के बीच में दो शख्स कूदे थे।”