करीब चार महीने बाद कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने फिर से अपनी लोकसभा सदस्यता हासिल कर ली है. राहुल गांधी की सदस्यता की बहाली संसद में उनके अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से एक दिन पहले हुई हैं. मोदी सरनेम पर टिप्पणी के लिए कोर्ट द्वारा मानहानि के मुकदमे में राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद राहुल गांधी को निष्कासित कर दिया गया था. वहीं 2019 के आम चुनाव से पहले, कर्नाटक के कोलार में एक रैली के दौरान, राहुल गांधी ने यह कहकर मोदी सरनेम का मजाक उड़ाया और कहा कि सभी चोरों का सरनेम मोदी ही होता हैं.
सासंद में मुख्य वक्ता होगें राहुल गांधी
कांग्रेस के नेताओं ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में बहस के दौरान राहुल गांधी को मुख्य वक्ता के रूप में बोलने कि इच्छा जाहिर की. वहीं कांग्रेस ने एक बयान में अपने नेता की बहाली के लिए सराहना व्यक्त की.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के अनुसार, राहुल गांधी की कांग्रेस के सदस्य के रूप में बहाली एक सकारात्मक विकास हैं, जिसने सामान्य रूप से भारतीय लोगों और विशेष रूप से वायनाड के लोगों को राहत प्रदान की हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने लगाई राहुल की सजा पर रोक
गुजरात हाई हाईकोर्ट के निर्णय पर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल की सजारोक लगा दी हैं, औंर साथ ही मोदी सरनेम मानहानि के मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की दोष सिद्धि की सजा पर रोक लगा दी.
गुजरात के पूर्व मंत्री ने किया था राहुल पर केस
13 अप्रैल 2019 को कर्नाटक के समीप कोलार मे एक चुनावी प्रचार के दौरान मोदी सरनेम को पर राहुल गांधी द्वारा की गईं टिप्पणी को लेकर गुजरात के पूर्व मंत्री में राहुल के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करवाया था. क्योकि राहुल गांधी ने कहा टिप्पणी करते हुए कहा था, कि जितने भी चोर हैं सभी का सरनेम मोदी कैसे हो सकता हैं.