Pahalgam Terror Attack News : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार, 22 अप्रेल को आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया। इस हमले में 26 लोगों का मौत हो गई है। साथ ही 13 लोगों के घायल होने की खबर है। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। फिलहाल सभी की हालत स्थिर बताई जा रही है। इस हमले से देश हैरान रह गया है।
हमलावरों की तलाश जारी
हमले की खबर मिलते ही पीएम मोदी अपना दो दिन के सऊदी अरब के दौरे को बीच में छोड़कर वापस लौट आए हैं। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में मृतकों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों से मुलाकात करने के बाद हमले वाली जगह पर पहुंच गए हैं। सेना ने हमलावरों की तलाश तेज कर दी है। हमले की ज़िम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन TRF ने ली है।
अखिलेश यादव का भाजपा पर हमला
इस हमले के बाद देश के भीतर सियासत शुरू हो गई है। जम्मू और कश्मीर स्थित पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारतीय जनता पार्टी द्वारा किए गए एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नाराजगी जाहिर की है। अखिलेश ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि “भाजपा ने जम्मू-कश्मीर के बेहद दर्दनाक हादसे पर बचकाना विज्ञापन छापकर साबित कर दिया है कि भाजपाइयों की संवेदना उनके प्रति शून्य है, जिन्होंने अपना जीवन खोया है और जिनके परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। भाजपा अब ये विज्ञापन हटवा भी देगी तो भी उसका ये पाप उसके कट्टर समर्थक तक माफ़ नहीं करेंगे।”
भाजपा ने जम्मू-कश्मीर के बेहद दर्दनाक हादसे पर बचकाना विज्ञापन छापकर साबित कर दिया है कि भाजपाइयों की संवेदना उनके प्रति शून्य है, जिन्होंने अपना जीवन खोया है और जिनके परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। भाजपा अब ये विज्ञापन हटवा भी देगी तो भी उसका ये पाप उसके कट्टर समर्थक तक…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 23, 2025
“हमलों को रोका जा सकता था” – अखिलेश
उन्होंने आगे कहा कि “भाजपा हमेशा आपदा में अपनी सत्ता और सियासत के लिए अवसर ढूंढती है। भाजपा अपनी सत्ता के सिवा किसी की सगी नहीं है। घोर निंदनीय! जब जम्मू-कश्मीर में भाजपा सरकार ने सब कुछ अपने मन मुताबिक़ किया है तो वो इतने अधिक लोगों की असामयिक मौत के लिए अपनी ज़िम्मेदारी से पल्ला नहीं झाड़ सकती। ये केंद्र की सरकार की नाकामी है कि वो पहले से पता नहीं कर पायी कि देश के दुश्मन इतनी वीभत्स घटना को अंजाम देनेवाले हैं। ये कोई पहली बार नहीं हुआ है, भाजपा सरकार ने अगर पिछले हमलों से सबक लिया होता तो वो पहले से ही सचेत-सजग रहती और ऐसे हमलों को रोका जा सकता था, लोगों के जीवन को बचाया जा सकता था।
“असीम दुःख की घड़ी” – अखिलेश यादव
अखिलेश यादव आगे कहते हैं कि “संवेदनहीन भाजपाइयों से आग्रह है कि जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उनका दुख-दर्द समझकर कम-से-कम देश की सुरक्षा को तो जुमला न बनाएं। ये असीम दुःख की घड़ी है, इसको भाजपाई दिखावटी बैठकों से और झूठी संवेदनाओं से झुठलाने का कुकृत्य न करें। भाजपाइयों और उनके संगी-साथियों के ख़िलाफ़ देश भर के करोड़ों लोगों के मन में उठ रहा, ‘गहरे दुख, रोष और क्रोध से भरा’ ये आक्रोशित सवाल गलत नहीं है कि अगर भाजपाई और उनके संगी-साथी देश भर के पर्यटकों को जम्मू-कश्मीर के भ्रमण पर जाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं तो उनकी सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध पहले से क्यों नहीं किये गये’? जहां हमला हुआ वो स्थान कोई निर्जन स्थान नहीं था बल्कि एक चर्चित पर्यटन स्थल था, तब ही तो वहां देश के कई प्रदेशों के पर्यटक उपस्थित थे…”