Sambhal Violence Update : उत्तर-प्रदेश (Uttar-Pradesh) के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर योगी सरकार काफी सख्ती से एक्शन लेती नजर आ रही है। हिंसा में शामिल दंगाइयों के खलाफ उत्तर-प्रदेश की पुलिस लगातार एक्शन ले रही है। पूरे शहर में हिंसा में शामिल 74 लोगों के पोस्टर लगाए गए हैं।
चस्पा किए गए दंगाइयों के पोस्टर
संभल में 24 नवंबर को मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान लोगों ने इलाके में जबरदस्त आगजनी और हिंसा की थी। इस दौरान पुलिस पर भी जबदरस्त पथराव और आगजनी हुई थी। गोली लगने से चार युवकों की मौत हो गई थी। हालांकि पुलिस ने गोली चलाने की बात से साफ़ इंकार कर दिया था।
अपर पुलिस अधीक्षक ने दी मामले की जानकारी
शुक्रवार, 14 जनवरी को अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज में कैद आरोपियों के पोस्टर बनवाए। आरोपियों की पहचान करने में मदद के लिए इन पोस्टर को पूरे शहर में लगाया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रीश चंद्र ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि “सीसीटीवी में दिख रहे लोग सीधे तौर पर हिंसा में शामिल थे। उनकी पहचान की पुष्टि होनी बाकी है, इसलिए उन्हें पहचानने में जनता की मदद लेने के लिए पोस्टर लगाए गए हैं।” उन्होंने आगे कहा कि “74 उपद्रवियों की पहचान करने वाले को नकद पुरस्कार दिया जाएगा। पोस्टर को इलाके में हर जगह लगा दिया गया है। ताकि अधिक से अधिक लोगों को पहुंचाया जा सके।”
पुलिस ने लोगों से की अपील
बता दें कि संभल हिंसा मामले में 76 आरोपियों को पुलिस ने पहले ही जेल में भेज दिया है। जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। इसमें चार नागरिकों की मौत हो गई थी। पोस्टर जारी करने के बाद पुलिस ने लोगों को अपील की है कि वह हिंसा में शामिल होकर पथराव और फायरिंग करने वालों की पहचान कराने में पुलिस की मदद करें। जो इन लोगों को पकड़ने में मदद करेगा, उसे इनाम भी दिया जाएगा।