नमिता]Navratri 2024: 14 अप्रैल को चैत्र के नवरात्रि का छठा दिन है।आज के दिन मां दुर्गा के छठवें स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। मां कात्यायनी की आराधना करने से व्यक्ति को शक्ति और अभय यानी निडरता प्राप्त होती है। उनके आशीर्वाद से कठिन से कठिन कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। नकारात्मकता का अंत होता है और यश की प्राप्ति होती है। तो आइए आपको बताते हैं मां कात्यायनी की पूजा विधि, मुहूर्त के बारे में सब कुछ?
मां कात्यायनी की पूजा का मुहूर्त
आज मां कात्ययानी की पूजा करने के लिए अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:02 से 12:52 बजे तक है। इसके बाद विजय मुहूर्त दोपहर 2:34 से 3:24 तक है और गोधुलि मुहूर्त शाम 6:46 से 7:08 बजे तक है। आज माता कात्यायनी को लाल रंग के फूलों की माला पहनाएं, उन्हें लाल रंग प्रिय है इसलिए लाल रंग की सामग्री से इनका श्रृंगार करना चाहिए, या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥ इस मंत्र का जाप करें रोग, शोक, संताप दूर होंगे।
इस दिन से हुई नवरात्रि की शुरुआत
चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 09 अप्रैल 2024 को हुई है और नवरात्रि के छठवें दिन यानी रविवार 14 अप्रैल को मां कात्यायनी की पूजा की जाएगी, क्योंकि नवरात्रि में छठे दिन की अधिष्ठात्री देवी मां कात्यायनी हैं।इनके नाम की उत्पति के पीछे कई कथाएं प्रचलित हैं।