Tahawwur Rana News : 26/11 मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को 18 साल बाद 10 अप्रेल को भारत को सौंप दिया गया। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने कल शुक्रवार, 11 अप्रेल को तहव्वुर से लगभग तीन घंटे तक पूछताछ की। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) शनिवार को दूसरे दिन भी पूछताछ करेगी। राणा को NIA मुख्यालय, लोधी रोड में हाई-सिक्योरिटी ग्राउंड फ्लोर की 14×14 फीट की सेल में रखा गया है।
पहले दिन 3 घंटे राणा से हुई पूछताछ
NIA की पहले दिन 3 घंटे की पूछताछ में तहव्वुर राणा ने सवालों का जवाब नहीं दिया। एजेंसी ने बताया कि वह कोऑपरेट नहीं कर रहा है। NIA की कोशिश है कि तहव्वुर के परिवार और दोस्तों के बारे में जानकारी जुटाई जा सके। हालांकि तहव्वुर राणा लगातार सवालों से बचने की कोशिश कर रहा है। दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने तहव्वुर को 18 दिन की रिमांड पर NIA की कस्टडी में भेज दिया था। पुछताछ के पहले दिन एजेंसी ने आतंकी से कई सवालों को जानने की कोशिश की, लेकिन तबियत खराब तो कभी भूलने का बहाना देकर वह सवालों से बचता रहा। कस्टडी के दौरान NIA रोजाना राणा से पूछताछ की एक डायरी तैयार करेगी। आखिरी दौर की पूछताछ के बाद डिस्कलोजर स्टेटमेंट में उसे रिकॉर्ड पर लिया जाएगा।
सुसाइड वॉच पर है तहव्वुर राणा
64 साल के राणा को 10 अप्रैल को स्पेशल विमान से अमेरिका से लाया गया था। जिसके बाद पटियाला हाउस कोर्ट के स्पेशल NIA जज चंद्रजीत सिंह ने बंद कमरे में मामले की सुनवाई की और NIA को उसकी कस्टडी दी। फिलहाल राणा सुसाइड वॉच पर है और उस पर 24 घंटे गार्ड्स और सीसीटीवी से निगरानी रखी जा रही है। ताकि वह खुद को किसी भी तरह का नुकसान ना पहुंचा सकें। राणा को दिल्ली की तिहाड़ जेल में हाई सिक्योरिटी वार्ड में रखा जाएगा। हालांकि, उसे कब और किस वार्ड में रखा जाएगा, इसे लेकर अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
#BreakingNews | आतंकी तहव्वुर राणा से आज फिर NIA की पूछताछ
➡️ NIA हेडक्वार्टर में राणा से होंगे सवाल-जवाब
➡️ कल पहले दिन करीब 4 घंटे हुई थी पूछताछ
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— Jantantra Tv (@JantantraTv) April 12, 2025
राणा को अमेरिका में क्यों किया था गिरफ्तार ?
तहव्वुर राणा को अमेरिका में 2009 में गिरफ्तार किया गया था। उसे शिकागो में एफबीआई एजेंटों ने गिरफ्तार किया था। राणा पर आरोप था कि उसने डेविड हेडली को भारत में जासूसी करने और मुंबई हमले की साजिश रचने में मदद की थी। एफबीआई ने डेविड हेडली से पूछताछ के बाद तहव्वुर राणा के बारे में जानकारी प्राप्त की थी। भारत सरकार ने अमेरिका से राणा के प्रत्यर्पण की मांग की थी, जिसे बाद में मंजूरी दे दी गई। जिसके बाद जांच एजेंसी NIA और खुफिया एजेंसी RAW की एक जॉइंट टीम बुधवार को राणा को लेकर अमेरिका से रवाना हुई थी। गुरुवार शाम करीब 6:30 बजे राणा को लेकर स्पेशल विमान पालम एयरपोर्ट पर लैंड हुआ था।
26/11 हमलें में निभाई थी अहम भूमिका
तहव्वुर राणा एक पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है, जिसे 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मामले में वांछित है। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में उसके भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। राणा पर आरोप है कि उसने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर डेविड कोलमैन हेडली को भारतीय पर्यटक वीजा दिलाने में मदद की थी, जो 26/11 के हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है। राणा ने कथित तौर पर लश्कर-ए-तैयबा की मदद की थी और हेडली के साथ ईमेल के जरिए संपर्क में था। कोर्ट ने राणा की प्रत्यर्पण के खिलाफ दायर पुनरीक्षण याचिका खारिज कर दी और उसके भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी। 26 नवंबर 2008 को समुद्र के रास्ते पाकिस्तान से आए 10 आतंकवादियों ने मुंबई में सिलसिलेवार हमले किए थे जिसमें 166 लोगों की मौत हो गई थी।
मुंबई हमला 26/11 खौंफनाक मंजर
मुंबई हमला 26/11 एक ऐसा आतंकवादी हमला था जो 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुआ था। इस हमले में 166 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे। हमलावर पाकिस्तान के कराची से नाव के जरिए मुंबई पहुंचे थे। उन्होंने लियोपोल्ड कैफे, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, ओबेरॉय होटल, ताजमहल होटल और नरीमन हाउस जैसे स्थानों पर हमला किया।
- लियोपोल्ड कैफे: हमलावरों ने यहां अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 10 लोग मारे गए।
- छत्रपति शिवाजी टर्मिनस: हमलावरों ने यहां 58 लोगों को मारा।
- ओबेरॉय होटल: हमलावरों ने यहां कई लोगों को बंधक बनाया।
- ताजमहल होटल: हमलावरों ने यहां 31 लोगों को मारा
- नरीमन हाउस: हमलावरों ने यहां लोगों को बंधक बनाया, लेकिन एनएसजी कमांडो ने हमलावरों को मार गिराया।
मुंबई पुलिस और एनएसजी ने हमलावरों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया। तीन दिनों तक चली मुठभेड़ में 9 हमलावर मारे गए और एक हमलावर अजमल आमिर कसाब पकड़ा गया। जिसके बाद 21 नवंबर 2012 को पुणे की यरवडा जेल में सुबह कसाब को फांसी दी गई।