जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिल्ली के जहांगीरपुरी में बुलडोजर के इस्तेमाल पर बीजेपी पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने ट्वीट करके लिखा है कि बीजेपी ने बुलडोज़र को अपनी गैरकानूनी ताकत दिखाने का प्रतीक बना लिया है।
अगर दंगे रोकने हैं तो बीजेपी के मुख्यालय और गृह मंत्री के घर पर चलाइए बुलडोजर- राघव चड्ढा
बुलडोजर का मुद्दा गर्मा गया है। विपक्ष बीजेपी को आड़े हाथों ले रहा है। अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने बुलडोजर को अपनी गैरकानूनी ताकत दिखाने का प्रतीक बना लिया है। उन्होंने कहा कि मुसलमान और अन्य अल्पसंख्यक, पिछड़े और दलित इनके निशाने पर हैं। अब तो इनके उन्माद का शिकार हिंदू भी हो रहे हैं।
भाजपा ने बुलडोज़र को अपनी ग़ैरक़ानूनी ताक़त दिखाने का प्रतीक बना लिया है। मुसलमान व अन्य अल्पसंख्यक, पिछड़े व दलित इनके निशाने पर हैं। अब तो इनके उन्माद का शिकार हिंदू भी हो रहे हैं। भाजपा दरअसल संविधान पर ही ये बुलडोज़र चला रही है।
भाजपा बुलडोजर को ही अपना प्रतीक चिन्ह बना ले। pic.twitter.com/aXPIjjiHlu
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 20, 2022
अखिलेश यादव ने ट्वीट में एक बच्चे का वीडियो भी शेयर किया है। जिसमें जहांगीरपुरी में अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलने के बाद एक बच्चा मलबे में सिक्के उठा रहा है। अखिलेश यादव ने लिखा- भाजपा दरअसल संविधान पर ही ये बुलडोजर चला रही है। बीजेपी बुलडोजर को ही अपना प्रतीक चिह्न बना ले।
दरअसल उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बुलडोज़र को सपा ने एक मुद्दा बनाया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलडोजर बाबा तक कहा गया। चुनावों के बाद यूपी में कई जगह बुलडोजर से निर्माण ध्वस्त किए गए। अब दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाक़ में एनडीएमसी ने अवैध निर्माण गिराने का काम शुरू किया था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल इस पर रोक लगा दी है। गुरुवार को मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में होगी।