नई दिल्ली- एक तरफ केंद्र सरकार बिल लाकर तीन तलाक पर रोक लगने की कोशिश कर रही है, तो दूसरी तरफ तीन तलाक का मामला सामने आया है। इसी बीच ताजा मामला उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से सामने आया है, जहां बेटियां होने से नाराज पति ने पत्नी के साथ पहले तो मारपीट की और बाद में तीन तलाक दे दिया। तीन तलाक का ताजा मामला बुलंदशहर के थाना पहासू के गांव नगला सारंगपुर का है।
पति ने कहा तलाक… तलाक… तलाक…
खबरों के अनुसार, बेटियां होने से नाराज पति ने पत्नी को तलाक दे दिया। पीड़िता से ससुराल पक्ष के लोगों ने भी मारपीट की। पीड़िता से मारपीट के बाद पति और ससुराल पक्ष के लोगों घर से फरार हो गए है। करीब दस साल पहले जिला अलीगढ़ के थाना छर्रा गांव नसेनी के अंसार अहमद के साथ पीड़िता की शादी हुई थी। फिलहाल पीड़िता के थाने के कई चक्कर लगाने के पुलिस ने मामले दर्ज कर लिया है।
संसद में तील तलाक बिल पेश
बतात चलें कि लोकसभा में कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने तीन तलाक बिल पेश कर दिया है। बिल के पेश होते ही सदन में खूब हंगामा शुरू हो गया। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने तीन तलाक बिल पर सवाल उठाए।बिल पर बोलते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमने पिछली सरकार में इस बिल को लोकसभा से पारित करा लिया था, लेकिन राज्यसभा में यह बिल पेंडिंग रह गया था। संविधान की प्रक्रियाओं के अनुसार हम बिल को एक बार फिर से लेकर आए हैं। यहां उन्होंने हंगामा कर रहे सांसदों पर निशाना साधते हुए कहा, जनता ने हमें कानून बनाने के लिए चुना है और कानून पर बहस अदालत में होती है और कोई लोकसभा को अदालत न बनाए। मंत्री ने कहा कि यह सवाल सियासत या इबादत का नहीं बल्कि नारी न्याय का सवाल है।
ओवैसी ने किया विरोध
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बिल पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘इस बिल से मुस्लिम महिलाओं के हितों की रक्षा नहीं होगी बल्कि उनकी दिक्कतों और बढ़ जाएंगी।’ थरूर के बाद AIMIM प्रमुख ओवैसी ने भी तीन तलाक बिल का विरोध किया। ओवैसी ने कहा कि इस बिल से सिर्फ मुस्लिम पुरुषों को सजा मिलेगी। यहां उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा सरकार को सिर्फ मुस्लिम महिलाओं से हमदर्दी क्यों है, सरकार को केरल की हिन्दू महिलाओं की चिंता क्यों नहीं है।