जनतंत्र डेस्क, पटना: 28 फरवरी को बिहार सरकार बजट पेश करने जा रही है। हर बार की तरह इस बार भी लोगों को बजट से उम्मीदें तो बहुत हैं। राज्य के वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद विधानसभा में बजट पेश करेंगे। संभावित है कि इस बार के बजट में बिहार के लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में नए साधन मिलें।
Bihar Budget: बिहार विधानसभा में बजट सत्र, हंगामेदार रहा पहला दिन
बताया जा रहा है इस बार बजट में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। बजट के जरिए उम्मीदें तो विकास पर पंक लगाने वाली होती हैं। लेकिन असल में लोगों की आमदनी की बजाय सरकार की ही आमदनी बजट में बढ़ती नजर आती है।
तीन बार कोरोना की मार झेलने के बाद बिहार में स्वास्थ्य ढ़ांचे की पोल खुल गई है। ऐसे में इस बजट के जरिए नीतीश सरकार को स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत बनाने पर ध्यान देना चाहिए। कोरोना संकट के बाद अर्थव्यवस्था को संभाले की कोशिश बजट के जरिए की जाएगी। सरकार के सामने शिक्षा, रोजगार, महंगाई पलायन जैसी कई चुनौतियां हैं। बजट 2022-23 से इन चुनौतियों से पार पाना सरकार की प्राथमिकता में हो।
हाल ही के एक सर्वे में बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को सबसे फिसड्डी करार दिया गया। ऐसे में आने वाले बजट में सरकार अस्पतालों का निर्माण, मरीजों के जांच और इलाज की सुविधाओं में बढ़ोतरी पर ध्यान दे सकती है।