नई दिल्ली : Caste Census Bihar : जातीय आधार पर जनगणना को लेकर बिहार में सियासत तेज होती जा रही है। बिहार में सरकार और विपक्ष दोनों ही इस मुद्दे पर एकजुट होते नज़र आ रहे हैं। जबकि एनडीए सहयोगी दल भाजपा इससे पूरी तरह अलग दिखाई दे रहा है। बिहार सरकार में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के एमएलसी संजय पासवान ने विपक्ष पर यह आरोप लगाया है कि विपक्ष रिजर्वेशन की राजनीति कर रहा है। मंगलवार को संजय पासवान ने पटना में कहा कि इस समय गरीबों की जनगणना करने की जरूरत है ना कि जातीय आधार पर जनगणना की।
यह भी पढ़ें – Bihar Police: बिहार पुलिस में 11880 युवाओं को मिलेगी नौकरी
Caste Census Bihar : पीएम मोदी से अपील करेंगे नीतीश
आपको बता दें कि भाजपा नेता और विधान परिषद के सदस्य संजय पासवान का यह बयान तब आया है जब जनता दल (United) के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने इसकी मांग को लेकर पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष ललन सिंह की अगुआई में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर जनगणना कराने की अपील करने वाले हैं।
वोट बैंक की राजनीति कर रही नीतीश सरकार – भाजपा
खबर मिली है कि एक अंग्रेजी मीडिया से बातचीत करते हुए भाजपा नेता संजय पासवान ने कहा कि विपक्ष और समाजवादी दल आरक्षण वाली राजनीति करना चाहते हैं, जबकि भाजपा ने EWS को दस फीसदी कोटा देकर आरक्षण की राजनीति को खत्म कर दिया है। जो लोग जातीय आधारित जनगणना की मांग कर रहे हैं, वे OBC और EBC में अपना वोट बैंक देख रहे हैं।