दिल्ली में नगर निगम के स्कूलों में शिक्षकों की हड़ताल पर आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को घेरा है। ‘आप’ विधायक दिलीप पांडेय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 14 दिनों से निगम के स्कूलों के शिक्षक हड़ताल पर हैं। ‘आप’ विधायक दिलीप पांडेय ने कहा कि सैलरी न मिलने के खिलाफ निगम के सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल करने जा रहे हैं। सफाई कर्मचारी, डॉक्टर्स, नर्सेस, पैरा मेडिकल स्टाफ, हॉर्टिकल्चर के कर्मचारी, सभी शिक्षकों की आवाज़ से आवाज मिलाने जा रहे हैं। लेकिन बीजेपी का एक भी नेता उनसे मिलने नहीं पहुंचा।
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दिलीप पांडेय ने कहा, निगम की सारी संपत्ति बेचने के बाद भी बीजेपी कर्मचारियों की तनख्वाह नहीं दे रही है। आम आदमी पार्टी निगम कर्मचारियों के साथ है। उन्होंने कहा, शिक्षकों की 70% तनख्वाह दिल्ली सरकार देती है एमसीडी को केवल 30% तनख्वाह देनी पड़ती है। इसके बावजूद बीजेपी शासित एमसीडी शिक्षकों को सैलरी नहीं दे रही है।
7 हजार से ज्यादा शिक्षक हड़ताल पर
दिलीप पांडेय ने कहा कि पिछले करीब 5-7 सालों से निगम में भ्रष्टाचार के अलावा एक और चीज़ बरकरार रही है और वह है कर्मचारियों की हड़ताल। 2018 में भी सैलरी न मिलने के कारण कर्मचारियों ने हड़ताल की थी। आज फिर बीजेपी शासित निगम के कर्मचारियों की हड़ताल हो रही है। निगम के 720 स्कूलों के 7000 से भी ज़्यादा शिक्षक ऑनलाइन क्लास छोड़ सैलरी के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। उनके बच्चों के पेट में रोटी का एक निवाला पहुंच सके इसलिए वह लोग हड़ताल पर हैं। किसी अनैतिक मांग को लेकर हड़ताल पर नही हैं। उनका कहना है कि पिछले तीन महीनों से दूध वाला, दवाई वाला, राशन वाला रोज अपने पैसे मांग रहा है।
तीन महीने से सैलरी और 6 महीने से डीए रोक कर भाजपा शासित एमसीडी ने शिक्षकों को ही परेशान किया हुआ है। निगम के अस्पतालों में मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर और नर्सेस को सैलरी नहीं मिल रही है। इनके हॉर्टिकल्चर वाले अपनी रोजी रोटी के लिए गुहार लगा रहे हैं। लेकिन बीजेपी की सत्ता का अहंकार देखिए, 14 दिन हो गए हड़ताल करते हुए, उनसे कोई मिलने तक नहीं आया है।