जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में एक नई पहल की शुरूआत की गई है। वैसे तो आपने बहुत से गांव देखे होंगे लेकिन क्या आपने कोई ऐसा गांव देखा है जहां चिड़ियां, कीड़े, और तितलियां रहते हों। जी हां एक ऐसे ही गांव की पहल दिल्ली सरकार ने दिल्ली के मांडू सिटी फॉरेस्ट में की है। जहां सिर्फ परिंदों की चहचहाहट सुनाई देगी।
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए और प्रदूषण स्तर को नियंत्रित करने के लिए हर उचित कदम उठा रही है। दिल्ली के राज्य पक्षी गौरेया की प्रजाति को बचाए रखने के लिए, सरकार ने गढ़ी मांडू सिटी फॉरेस्ट में दिल्ली का पहला गौरेया ग्राम विकसित किया गया है। इस गौरेया ग्राम का मुख्य उद्देश्य गौरेया पक्षी को इकोलॉजिकल सपोर्ट देना है।
दरअसल दिल्ली के पर्यावरण और वन मंत्री गोपाल राय ने वन एवं वन्यजीव विभाग के अधिकारियों के साथ इस गौरेया ग्राम का दौरा किया। वहां मौजूद लोगों को नुक्कड़ नाटक की मदद से गौरेया पक्षी के बारें में भी बताया कराया गया। इस गौरेया ग्राम में तितलियों के लिए भी नेचुरल हैबिटैट का विकास किया गया है। साथ ही सामान्य जनता के लिए हर्बल गार्डन की सुविधा भी उपलब्ध कराइ गई है।
दिल्ली सरकार लोगों को ऐसी जगह देना चाहती है जहां लोग प्रकृति का आनंद ले सकें और साथ-ही आने वाली पीढ़ी को भी प्रकृति के बारे में जागरूक कर सकें।