Haryana Day 2023: पंजाब से अलग होकर बना नया राज्य हरियाणा अपना 57वां स्थापना दिवस मना रहा है। यह दिन हरियाणा वासियों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं है। 1 नवंबर 1966 में हरियाणा राज्य की स्थापना हुई थी। हरियाणा राज्य का जन्म पंजाब से हुआ है। बता दें कि 1966 में पंजाब और हरियाणा दोनों क्षेत्र विभाजित हुए थे। तो इस तरह हरियाणा का 1 नवंबर को स्थापना दिवस मनाया जाता है।
इतिहास और पूर्व नाम क्या है?
माना जाता है कि हरियाणा प्राचीन काल में ब्रह्मवर्त, आर्यवर्त तथा ब्रह्मोपदेस के नाम से विख्यात था। हरियाणा में कई राजाओं ने राज किया जिनमें से गुप्त सम्राज्य सर्वप्रथम था, उसके बाद अन्य कई राजाओं का शासनकाल रहा जैसे पुष्यभूति वंश, गुर्जर प्रतिहार राजवंश, तोमर वंश, मुगल, दुर्रानी, मराठा सम्राज्य। अंत मे ग्वालियर राज्य तथा ब्रिटिश राज।हरियाणा एक प्राचीन नाम है जिसका अभिप्राय देवता से है। “हरि” अर्थात भगवान “याणा” अर्थात अवतरित होना। इससे स्पष्ट है कि धन्य है ये भूमि जहां पर भगवान का निवास है। जो वर्तमान समय में संत रामपाल जी भगवान हैं जिनको यहां की निवासी अज्ञानतावश समझ नहीं पा रहे।
हरियाणा से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
- 1 नवंबर 1966 को हरियाणा एक अलग राज्य घोषित किया गया था।
- हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ है।
- हरियाणा भारत के ऊत्तरी भाग में स्थित है।
- हरियाणा को फ़ूड बाउल ऑफ इंडिया (food bowl of India) भी कहा जाता है।
- हरियाणा का क्षेत्रफल 44212 वर्ग किलोमीटर है।
- खेल, खेती में हरियाणा सबसे आगे है।
- मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के मुख्यमंत्री हैं।
- हरियाणा के वर्तमान राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी हैं।
- हरियाणा राज्य को भारत का ग्रीन लैंड (Green land of India) कहा जाता है।
- हरियाणा की साक्षरता दर 75.55% है।
- हरियाणा की कुल जनसंख्या वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 25,353,081 है।
- हरियाणा की भूमि पर स्वयं हरि अर्थात भगवान संत रामपाल जी महाराज के रूप में अवतरित होकर सत्य सन्देश और भगति प्रदान कर रहे हैं।