नई दिल्ली: Haryana Monsoon Session: हरियाणा विधान सभा का शुक्रवार को शुरू हुआ मानसून सत्र तीन दिन चलेगा। आज विधान सभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन में सरकार ने विभिन्न छह विधेयक सदन में पेश किया। कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने, कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे धरने-प्रदर्शनों, कानून व्यवस्था, बेरोजगारी सहित करीब आधा दर्जन मुद्दों पर सदन में चर्चा हुई। दोपहर 2 बजे प्रश्नकाल के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। सत्र के उपरांत कांग्रेस के विधायक वरुण चौधरी की तरफ से प्रदेश भर में पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को मुफ्त किताबें न उपलब्ध होने से लेकर लगाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इसके साथ ही विपक्ष के सरकार को घेरने के पूरे-पूरे आसार हैं। वहीं आज सदन में जोरदार हंगामे का अंदाज़ा लगाया जा रहा है।
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पक्ष और विपक्ष के नेताओं की खास रणनीतियां
इसके उपरांत कांग्रेस के विधायक किरण चौधरी की तरफ से हरियाणा के भिवानी जिले में पीने के पानी की कमी को लेकर दिए मुद्दे पर भी चर्चा होने की सम्भावना है। सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं की सवालों के साथ खास रणनीतियां नजर आयी। राज्य सरकार के नेता भी विपक्ष राजनीती पार्टियों के हमलों का करारा जवाब देते दिखाई पड़े। मानसून सत्र के उपरांत बजट संपूरक अनुमान लगाए जाएंगे। इसके उपरांत कई अन्य पुन:स्थापित किये जाने वाले विधयेक रखे जाएंगे।
इन भिन्न बिलों पर मानसून सत्र में चर्चा का विषय
- हरियाणा लोक परीक्षा (अनुचित साधन निवारण) विधयेक 2021
- हरियाणा माल एवं सेवा कर संसोधन विधयेक (दिवित्य) संसोधन विधयेक 2021
- पंचकूला महानगर विकास प्रधिकरण विधयेक 2021
- इसके इलावा इन विभिन्न विधयेक को मंजूरी मिलने की आशा
- हरियाणा नगर पालिका क्षेत्रों में अपूर्ण नागरिक सुख सुविधाओं तथा अवसंरचना प्रबंधन संशोधन बिल 2021
- मह्रिषी बाल्मिकी संस्कृत विश्वविद्यालय कैथल संशोधन विधेयक 2021
- हरियाणा लोकायुक्त संशोधन विधेयक 2021
- हरियाणा उद्यम प्रोन्नति दूसरा संशोधन विधेयक 2021
- पंडित लख्मीचंद राज्य प्रदर्शन और दृश्य कला विश्वविद्यालय रोहतक संशोधन विधेयक 2021
- भूमि अर्जन पुनर्वासन और पुनर व्यवस्थापन में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता अधिकार संशोधन बिल 2021।
विधान सभा स्पीकर ज्ञान चाँद गुप्ता ने कहा था कि अगर विधायी कार्य होंगे और विधायक भी नियमानुसार चर्चा करेंगे तो मानसून सत्र की अवधि बढ़ने में उन्हें कोई समस्या नजर नहीं आ रही है। फिर मानसून सत्र चाहे एक दिन की जगह दो हफ़्तों की अवधि के लिए भी बढ़ा दें। फ़िलहाल अब तक के विषयों के अनुसार २४ अगस्त तक का समय भी काफी लग रहा है।