नोएडा- यमुना एक्सप्रेस वे पर सोमवार को हुए सड़क हादसे में 29 लोगों की जान चली गई। इस हादसे के बाद सरकार और तमाम अधिकारी एक्शन में दिख रहे हैं। जांच करा कर उचित कार्रवाई करने की बात की जा रही है। इसी को लेकर JantantraTV ने Yamuna Expressway का रियल्टी चेक किया और समझाने की कोशिश की आखिर इन हादसों के पीछे कौन ज़िम्मेदार है?
सफर करने से पहले सावधान हो जाए
अगर आप Yamuna Expressway पर सफर करने जा रहे हैं, तो बेहद सावधान रहें क्योंकि इस राजमार्ग पर सड़क हादसे में हर आठ घंटे में एक जान जा रही है। एक आरटीआई के तहत मिली जानकारी के मुताबिक, यमुना एक्सप्रेस वे पर 2012 से लेकर 2018 तक करीब पांच हज़ार सड़क हादसे हो चुके हैं। यमुना एक्सप्रेस वे 2012 में शुरू हुआ था और उस वक़्त दावा किया गया था कि सभी अच्छी क्वालिटी की टेक्नोलॉजी के उपकरण लोगों की सहायता के लिए लगाए गए हैं। जिससे सफर आसानी से तय किया जा सके। लेकिन 2012 से लेकर अब तक Yamuna Expressway पर होने वाले हादसों की बात की जाए तो उनकी तादात 5000 है और इन हादसों में मई 2019 तक तकरीबन 800 लोगों की जान जा चुकी है। जबकि 7488 लोग घायल हो चुके है।
हादसों में जरा भी कमी नहीं
बता दें कि हर बार मीटिंग होती है दिशा निर्देश दिए जाते है मगर हादसों में कमी नहीं आती है। हादसों के पीछे की वजह जानने के लिए जब हम यमुना एक्सप्रेस का जायज़ा ले रहे थे तो जेवर टोल से पहले एक ट्रक हाईवे पर खड़ा दिखा इस ट्रक का टायर पंचर था। दरअसल, इस तरह खराब खड़े वाहनों में कई हादसे यमुना Yamuna Expressway पर हो चुके हैं। लिहाज़ा हमने जानने की कोशिश की इस तरह खड़े ट्रक को हटाया क्यों नहीं गया, तो पता चला कि ये ट्रक रात दो बजे से यहां खड़ा है और किसी ने इसकी सुध नहीं ली, जबकि पुलिस और Yamuna Expressway की तरफ से लगातार पेट्रोलिंग का दावा किया जाता है। .
सवारी के खिलवाड़ जारी
इसके बाद हमारा सफर आगे बढ़ा तो हमें एक बूथ दिखा, जिस पर एमरजेंसी SOS बूथ दिखा। जब Yamuna Expressway शुरू हुआ था तो दावा किया गया था कि बिना मोबाइल फोन वाले लोग भी इस बूथ से इमरजेंसी में सहायता मांग सकते हैं, लेकिन जब हमने इस बूथ की हालत देखी तो ये जंग खाया हुआ था और कई बार इसमें बोलने के बाद भी मदद तो दूर जबाव तक नहीं आया। Yamuna Expressway पर ज़्यादातर हादसों के पीछे की वजह ओवर स्पीड बताया जाता है और उसी को लेकर JantantraTV ने रियलटी चेक किया तो देखा हमारी गाड़ी जो कि 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी हमारे सामने चलने वाली एक वॉल्वो बस 80 की स्पीड से भी ज्यादा निकली जबकि भारी वाहनों की स्पीड लिमिट 60 रखी गयी है। ऐसे में इस बस को कहीं भी नहीं रोका गया यानी जो सवारी इस बस में सवार थी उनकी जान के साथ भी खिलवाड़ होना यमुना एक्सप्रेस वे पर अब भी जारी है।
आज फिर हुआ भीषण हादसा
जनतंत्र टीवी के रियलिटी चेक के दौरान हमें आज भी Yamuna Expressway पर एक भीषण सड़क हादसा दिखा। इस हादसे में 0 पॉइंट से 4 किलोमीटर दूरी पर अलीगढ़ से दिल्ली जा रहा ट्रक एक्सप्रेस वे से नीचे गिरा हुआ मिला। हालांकि, इस हादसे में ट्रक चालक को मामूली चोट आई। मगर इस हादसे के पीछे भी ओवर स्पीड ही सामने आई है। पीछे से आ रहे एक ट्रक ने इस ट्रक को साइड मारी ओर सब्ज़ी से भरा ये ट्रक एक्सप्रेस वे से नीचे जा गिरा।
भीषण हादसे की जांच जारी
बताते चलें कि यमुना एक्सप्रेस वे पर 29 लोगों की मौत के बाद अब जांच कमेटी अपनी जांच कर रही है और सरकार उचित कदम उठाने का वादा कर चुकी है। अब देखना होगा कि ये खामियाज़ा कब तक दुरुस्त हो पाता है।