नई दिल्ली: Mehbooba Mufti: जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने दावा किया है कि उन्हें घर में नजरबंद किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार के राज्य में स्थिति सामान्य होने के दावों को फर्जी करार दिया। महबूबा मुफ्ती आज अपने शेर-ए-कश्मीर स्थिति अपने पार्टी मुख्यालय का दौरा करने वाली थीं।
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Mehbooba Mufti: अफगानी लोगों के अधिकारों की चिंता
महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया, ”भारत सरकार अफगानी लोगों के अधिकारों के लिए चिंता व्यक्त करती है, लेकिन जानबूझकर इन्हीं अधिकारों से कश्मीरियों को वंचित करती है। मुझे आज नजरबंद किया गया है क्योंकि प्रशासन के अनुसार कश्मीर में स्थिति सामान्य नहीं है। यह सामान्य स्थिति बताने के उनके दावों की पोल खोलता है।”
(Mehbooba Mufti) जम्मू-कश्मीर के लोगों को दुखी किया
महबूबा ने पार्टी की बैठक के बाद कहा, ”गिलानी से हमारे मतभेद थे…लड़ाई तो जिंदा इंसान से होती है लेकिन इंसान मर जाता है तो मतभेद खत्म हो जाने चाहिए। मृतक सम्मानजनक अंतिम संस्कार का हकदार होता है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि गिलानी के परिवार को उनका अंतिम संस्कार करने देने से मना करने की खबरों ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को दुखी किया है।
मृतक का अंतिम संस्कार करने का अधिकार
महबूबा ने कहा, ”परिवार को मृतक का अंतिम संस्कार करने का अधिकार है। मीडिया की खबरों के माध्यम से हमने मृतक के प्रति अनादर के बारे में जो सुना और जाना, वह मानवता के खिलाफ है। मृत्यु के बाद आपको अपने प्रतिद्वंद्वी का भी सम्मान करना होता है जैसे आप किसी दूसरे का सम्मान करते हैं।”
महिलाओं के साथ कथित दुर्व्यवहार की निंदा
पीडीपी अध्यक्ष ने गिलानी की मृत्यु के समय उनके परिवार की महिलाओं के साथ कथित दुर्व्यवहार की निंदा की। उन्होंने कहा, ”भारत को उसकी सभ्यता और संस्कृति के लिए विश्व स्तर पर सम्मानित नजरों से देखा जाता है लेकिन जो हुआ वह देश की छवि के अनुकूल नहीं है।”