पंजाब यानी पांच नदियों वाला राज्य झेलम, चेनाब, रावी, व्यास और सतलुज जहां बहती है ये पांच नदियां लेकिन अब पंजाब में कई जिलों के गांव में जीवन जीना मुश्किल हो गया हैं क्योकि गांव के अदंर इन नदियों का पानी आ गया हैं और गांव के गांव डूब चुके हैं जिसके चलते गांव के लोग अपने घर बार छोड़कर किसी सेफ जगह पर जा रहे है पंजाब के गांव खाली हो रहे हैं इसका कारण बारिश का भयानक रूप है पहाड़ी इलाकों में बादल फटने के कारण पंजाब की पांचों नदियों का जल स्तर बढ़ गया हैं.जल स्तर बढ़ने के कारण नदियां और बांध टुटने से नदिय़ों का पानी गांवों में आ गया हैं. पानी आ जाने से किसानों की फसलों के साथ घऱ भी डुब चुके हैं, घर डुबने के कारण वंहा के लोगो के लिए रहने को कोई ठिकाना नहीं ऐसे में कई लोग तो अपने घर की छतों पर रहने को मजबुर है तो कई लोग अपने घर को छोड़ कर चले गये. लेकिन अब भी जल स्तर कम नही हो रहां हैं और पानी रुकने की कोई संभावना नही नजर नहीं आ रही.
पंजाब में बाढ़ से 14 जिलों के 1,390 गांव हुए प्रभावित
पंजाब में कुल 164 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं जहां 3,000 से ज्यादा लोगों को रेस्कयु किया गया है। पंजाब में बाढ़ से 14 जिलों के कुल 1,390 गांव प्रभावित हुए हैं लेकिन अब भी पंजाब में पानी कम नहीं हो रहा है बाढ़ की स्थिति बनी हुई है
नदियों का जल स्तर कैसे करे कम.. पंजाब सरकार के प्रयास जारी
लगातार नदियों का जलस्तर बढ़ने से पंजाब कें कई इलाकों में बाढ़ आ चुकी है.. पंजाब सीएम भंगवत मान बाढ़ सें ग्रसित ईलाको में पहुंचकर वहां के लोगो सें मिलकर उनकी समस्या सुन समाधान करने की कोशिश कर रहे और उनको पानी वाले इलाकों से निकालने के लगातार प्रयास जारी है. सीएम भगवंत मान सभी गांवो में जाकर वहां के हालातों की जनकारी ले रहे है. उन्होंने लोगों से बातचीत कर मुआवजे की बात की और जितना भी नुकसान आपका हुआ उसका पुरा हरजाना सरकार आपको देगी. वहीं भंगवत मांन ने नदियों के जलस्तर कम को लेकर हरियाणा, राजस्थान को पानी देने की बात कही. जिससे नदियों का जल स्तर कम होगा और बाढ़ सें राहत मिलेगी.