नई दिल्ली: Govind Ballabh Pant: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री पंडित गोविंद वल्लभ पंत की 132वीं जयंती पर उन्हनें याद करते हुए लोक भवन प्रांगण में पंडित गोविंद वल्लभ पंत की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की । पंत जी की जयंती पर सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में गोविंद बल्लभ पंत ने उत्तर प्रदेश के समग्र विकास की बुनियाद रखी थी।
जीबी पंत के नाम से भय खाती थी ब्रिटिश हुकूमत
बता दें, आजादी से पहले के दौर में ब्रिटिश हुकूमत भी पंडित गोविंद बल्लभ (जीबी) पंत के नाम से भय खाती थी। स्वतंत्रता आंदोलन में अंग्रजों के कानून के जरिये ही उन्हें जवाब देने वाले पंत के मुरीद महात्मा गांधी भी थे। पंडित पंत जब भी काशीपुर कोर्ट पहुंचते, उनका अंदाज देख हुकूमत भी खौफ खाया करती थीं। उनके कोर्ट में धोती-कुर्ता तथा गांधी टोपी में पहुंचे पंत के पहनावे पर अंग्रेज मजिस्ट्रेट ने आपत्ति दर्ज की थी, पर पंडित जी ने अपने ही अंदाज में पक्ष रख जज को हैरान कर दिया था।
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जीबी पंत की 132वीं जयंती पर सीएम योगी ने किया कार्यक्रम को संबोधित
वहीं आज उनकी 132वीं जयंती पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में गोविंद बल्लभ पंत ने उत्तर प्रदेश के समग्र विकास की बुनियाद रखी थी। उनका सपना उत्तर प्रदेश को देश का सर्वोत्तम प्रदेश बनाना था। मेरी सरकार केंद्र की मदद से उनके सपनों को साकार करने का संभव प्रयास कर रही है। सीएम योगी ने आगे कहा कि स्वर्गीय पंत कुशल प्रशासक के साथ महान स्वतंत्रा संग्राम सेनानी भी थे। उनकी सक्रियता और काबिलियत को देखते हुए ही आजादी के बाद उनको देश के सबसे बड़े प्रदेश की कमान सौंपी गयी थी। प्रदेश के समग्र विकास का खाका तैयार कर उन्होंने खुद को साबित भी किया था।
जीबी पंत भारत की राजनीति आदर्शों का प्रतीक थे- सीएम योगी
लोकभवन में जीवी पंत की 132 वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘केंद्रीय गृहमंत्री के रूप में भी जीवी पंत ने देश की उस समय की आंतरिक चुनौतियों को सफलता से सामना किया। भारत की राजनीति में मूल्यों, आदर्शों और शुचिता के प्रतीक थे। इन्हीं सारी खूबियों के नाते न रहने के बावजूद भी वह हम सबके लिए अनुकरणीय हैं। लोकभवन में जीवी पंत की 132 वीं जयंती के कार्यक्रम में सरकार के मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।